रायपुर: अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में छत्तीसगढ़ का पवेलियन यहाँ आने वाले लोगों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र है। प्रगति मैदान में आयोजित 39 वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में छत्तीसगढ़ का मंडप, व्यापारियों और आगंतुकों को बेहद लुभा रहा है। हॉल नंबर 12 ए में छत्तीसगढ़ का मंडप राज्य के जनजातीय और ग्रामीण शिल्पों की एक सुंदर झलक देता है।
वन उपज के अलावा, छत्तीसगढ़ के मंडप में महिला आगंतुकों को लुभाने के लिए रंगीन कपड़े, हथकरघा और पोशाक सामग्री की एक विस्तृत श्रृंखला है। मंडप में प्रवेश करने वाली महिलाएं साड़ी, ड्रेस सामग्री, दुपट्टे, जैकेट, स्टोल आदि का विशाल संग्रह देखने के लिए उत्सुक है। टसर ओर कोसा सिल्क की खुबसूरत साड़ियाँ, नैचरल डाई की साड़ियाँ, स्टॉल, हैंडलूम, बाँस शिल्प आदि के सुंदर उत्पाद यहाँ उपलब्ध है। व्यापार मेला “ईज ऑफ डूइंग बिजनेस” की थीम पर आधारित है। मंडप में लगे अन्य स्टाल छत्तीसगढ़ के बेल मेटल हस्तशिल्प, लोहे के शिल्प सहित हस्तशिल्प-हथकरघा के उत्पादों से लगे स्टॉल छत्तीसगढ़ पवेलियन को ओर खुबसूरत बना रहे हैं। ढोकरा कला में सुंदर नक्काशी वाली मूर्तियाँ विदेशी पर्यटकों का भी ध्यान आकर्षित कर रही हैं।