
इंडिया रिपोर्टर लाइव
मुश्किल कितनी भी बड़ी क्यों ना हो, संकट कितना भी क्यों ना गहरा जाए, एक्टर सोनू सूद लोगों को उम्मीद का दामन नहीं छोड़ने देते हैं। कोरोना काल में अपनी मदद से कई लोगों की जिंदगी संवारने वाले सोनू अब चमोली त्रासदी में भी एक सक्रिय भूमिका निभाने जा रहे हैं। उन्होंने चमोली त्रासदी में अनाथ हुईं चार बेटियों को गोद लेने का फैसला किया है। उत्तराखंड में चमोली हादसे में इलेक्ट्रीशियन का काम करने वाले आलम सिंह पुंडीर की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से हादसे के शिकार हुए आलम उस वक्त एक टनल में काम कर रहे थे। इनकी मौत से पूरा परिवार बेसहारा और बेबस हो गया है।
चमोली हादसे में मारे गए आलम सिंह पुंडीर की चार बेटियां हैं जिन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि उनकी जिंदगी आगे कैसे कटेगी ? लेकिन इन बच्चियों के बारे में जानकारी मिलते ही सोनू सूद ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया है। सोनू सूद ने खुद अपने ट्विटर अकाउंट पर इन बच्चियों की तस्वीर के साथ ट्वीट किया है ‘यह परिवार अब हमारा है भाई’।
इन बेटियों की पढ़ाई से लेकर शादी तक की जिम्मेदारी सोनू खुद निभाना चाहते हैं. इस बारे में मीडिया से बात करते हुए सोनू सूद ने कहा ‘ये हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वो मुश्किल समय में मदद का हाथ बढ़ाएं। इस त्रासदी की वजह से जो बर्बादी हुई है वहां हर संभव मदद दी जानी चाहिए’। उम्मीद है कि सोनू सूद के इस ऐलान से आलम सिंह पुंडीर के परिजनों और बेटियों को काफी राहत मिली होगी। बॉलीवुड एक्टर सोनू के इस कदम ने एक बार फिर उनके फरिश्ता होने का एहसास करवाया है।
कोरोना काल में लॉकडाउन के समय से शुरु हुआ सोनू सूद की मदद का सिलसिला थम ही नहीं रहा है,बल्कि हर आपदा और संकट के वक्त उनके मदद के हाथ बढ़ते ही जा रहे है। सोनू सूद ने पिछले साल बिहार और असम में आए बाढ़ संकट के दौरान काफी मदद पहुंचाई थी। हर संभव मदद करने के लिए तैयार रहने वाले सोनू ने इन चार बेटियों की जिंदगी संवारने की जो कोशिश की है वाकई तारीफ के काबिल है।