इंडिया रिपोर्टर लाइव
उत्तरकाशी 19 जुलाई 2021। उत्तराखंड में बारिश के बाद पहाड़ों पर नदियां उफान पर आ गई हैं। इस बीच उत्तरकाशी में कल देर रात बादल फटने के बाद पैदा हुए हालात में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। मांडो में 02 महिला व 01 बच्चे का शव बरामद किया गया है। शवों को जिला अस्पताल में लाया गया है। बादल पटने की घटना के बाद से मांडो गांव में अब भी चार लोग लापता हैं। भारी बरसात के कारण अचानक भागीरथी नदी समेत गाड़-गदेरे उफान पर आ गए हैं। बादल फटने से गांव मांडो, निराकोट, पनवाड़ी और कंकराड़ी के आवासीय घरों में पानी घुस गया। साथ ही गदेरा उफान पर आने से तीन लोग मलबे में फंसकर घायल हो गए। एसडीआरएफ व आपदा प्रबंधन विभाग की टीम ने गणेश बहादुर पुत्र काली बहादुर, रविन्द्र पुत्र गणेश बहादुर, रामबालक यादव पुत्र मकुर यादव को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया। घायलों का इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार तीनों खतरे से बाहर हैं। जानकारी के अनुसार, मांडो गांव में नौ मकानों में पानी घुस गया। जबकि दो मकान पूरी तरह से धवस्त हो गए हैं। कई जगहों पर वाहनों के बहने की भी सूचना है।
सीएम ने दिए रावत बचाव कार्य के निर्देश
घटना की सूचना मिलने के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने डीएम को राहत और बचाव कार्य शीर्ष प्राथमिकता पर कराने के निर्देश दिए हैं।
म़तकों के नाम
1- माधरी पत्नी देवानन्द, उम्र 42 वर्ष, ग्राम मांडो
2- रीतू पत्नी दीपक, उम्र 38 वर्ष, ग्राम मांडो
3- कुमारी ईशू पुत्री दीपक, उम्र 06 वर्ष, ग्राम मांडो
भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और पौड़ी जैसे जिलों में अत्यंत भारी बारिश की संभावना है। राज्य के बाकी हिस्सों में भी भारी से बहुत भारी बारिश के आसार है। मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
रायवाला में सबसे अधिक 120 मिमी बारिश
जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र के आंकड़ों के मुताबिक ऋषिकेश जिले के रायवाला में सबसे अधिक 120 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं, ऋषिकेश में 105.2 मिलीमीटर, मोहकमपुर में 80, यूकॉस्ट में 43, मसूरी में 70, सहसपुर में 43, नागथात क्षेत्र में 12.5 और कालसी में 2.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
ऋषिकेश में 337.89 मीटर पहुंचा गंगा का जलस्तर
केंद्रीय जल आयोग के केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष हिमालयन गंगा डिवीजन की ओर से दिए गए आंकड़े के मुताबिक राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार बारिश के चलते गंगा का जलस्तर रविवार को 337.89 मीटर पहुंच गया। ऐसे में गंगा खतरे के निशान 340.50 मीटर से थोड़ा नीचे ही बह रही हैं। केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष की रिपोर्ट के मुताबिक डाकपत्थर में यमुना नदी का जलस्तर 455.03 मीटर पर पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से सिर्फ 34 सेंटीमीटर कम है।