भोपाल । मध्य प्रदेश में मंगलवार से जारी सियासी उठापटक बुधवार को और तेज हो गई। 10 विधायकों को गुरुग्राम के होटल में रुकने के बाद कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे और मध्य प्रदेश में ऑपरेशन लोटस की चर्चा तेज हो गई। इस बीच कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। एक ओर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया तो शिवराज ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस में इतने गुट हैं कि आपस में ही मारामारी मची हुई है।
लेटेस्ट कॉमेंटपैसे के बिना एक एमएलए आएगा और जाएगा, वे सभी व्यापार योग्य आइटम हैं कीमत इस बात पर निर्भर करती है कि वे अपने जिले में कितने प्रभावित हैं जहां से वे चुनाव जीते थे . हॉर्स ट्रेडिंग प…+Dilipसभी कॉमेंट्स देखैंअपना कॉमेंट लिखेंशिवराज सिंह चौहान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘यह उनके मामला उनके घर का है, आरोप हम पर लगाते हैं। उनका काम केवल आरोप लगाना है। अब इतने गुट हैं कांग्रेस में कि आपस में ही मारम-मार मची हुई है।’ विधायकों के खरीद-फरोख्त के आरोपों पर शिवराज ने कहा, ‘हम ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं हैं लेकिन कांग्रेस का अपने बोझ से अगर कुछ होता है तो वह जाने।’
क्या कहता है विधानसभा का नंबर गेम?
विधायकों को तोड़ने की कोशिश के चलते कमलनाथ सरकार की नींद उड़ी हुई है। बता दें कि मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटें हैं। 2 विधायकों का निधन होने से वर्तमान में 228 सदस्य हैं। कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं। इसके अलावा 4 निर्दलीय विधायक, 2 बीएसपी (एक पार्टी से निलंबित) और 1 एसपी विधायक का भी समर्थन मिला हुआ है। इस तरह कांग्रेस को फिलहाल 121 विधायकों का साथ है वहीं बीजेपी के पास 107 विधायक हैं। बहुमत का आंकड़ा 116 है।
अगर ये 10 विधायक पाला बदलकर बीजेपी में शामिल हो जाते हैं तो विधानसभा में बीजेपी का आंकड़ा 117 यानी बहुमत से एक सीट अधिक हो जाएगा। ऐसे में मध्य प्रदेश की मौजूदा सरकार के गिरने का खतरा मंडरा रहा है।
दिग्विजय का बीजेपी पर आरोप
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के नेता उनके विधायकों को जबरन विमान में बिठाकर ले गए। उनके फोन भी छीन लिए गए। दिग्विजय सिंह ने बताया कि विधायकों को दिल्ली ले जाने के लिए 2 विमान बुक कराए गए थे। दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा कि सभी विधायक उनके संपर्क में है और मध्य प्रदेश सरकार पर कोई खतरा नहीं है। उन्होंने यह भी दावा किया 6 विधायक वापस लौट आए हैं। अब बीजेपी के कांग्रेस के तीन और 1 निर्दलीय विधायक ही हैं।
पत्रकारों से बातचीत में दिग्विजय सिंह ने सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा, ‘विधायकों को ले जाने के लिए बीजेपी ने 2 विमान बुक कराए थे। उनके फोन छीन लिए गए। निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह हमसे संपर्क नहीं कर पा रहे थे। इन्हें धोखा देकर वहां ले जाया गया।’
‘दो घंटे तक जद्दोजहद करते रहते हमारे विधायक’
दिग्विजय ने आगे कहा, ‘मुरैना से कांग्रेस विधायक रघुराज कंसाना विमान में न बैठने के लिए दो घंटे तक जद्दोजहद करते रहे लेकिन उन्हें जबरदस्ती ले गया है। बिसाहूलाल को भी उनकी मर्जी के बिना विमान में बिठाया गया। उनसे धक्का-मुक्की की गई। बीजेपी के नरोत्तम मिश्रा के साथ कुछ ऐंटी सोशल एलिमेंट भी थे। कांग्रेस नेता जीतू पटवारी के सामने से उन्हें ले जाया गया।’
इन 10 विधायकों के पालाबदल की कोशिश?
पथरिया से बीएसपी की रमाबाई, भिंड से संजीव कुशवाहा, अनूपपुर सीट से कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल, सुवासरा से कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग, सुमावली से कांग्रेस विधायक ऐंदल सिंह कंसाना, मुरैना से कांग्रेस विधायक रघुराज कंसाना, दिमनी से कांग्रेस विधायक गिर्राज दंडोतिया, गोहद से कांग्रेस विधायक रणवीर जाटव, एसपी विधायक राजेश शुक्ला और निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा।