
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 15 सितम्बर 2021। मध्य प्रदेश राज्य सरकार ने 20 सितंबर से कक्षा पहली से पांचवीं तक के स्कूलों को 50 फीसदी क्षमता के साथ फिर से खोलने का फैसला किया है। यह निर्णय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्राथमिक कक्षाओं को खोलने के लिए स्कूलों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा गया है। सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन ठीक से करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही स्कूल के सभी स्टाफ सदस्यों को कोविड-19 के टीके लगवाने के लिए भी कहा गया है।
छात्रावास और बोर्डिंग स्कूल को भी खोलने की मिली अनुमति
स्कूल शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि ऑफलाइन कक्षा के लिए उपस्थिति अनिवार्य नहीं है। अगर कोई माता-पिता बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं, तो वह ऐसा कर सकते हैं। इसके लिए प्रशासन को ऑनलाइन कक्षाओं को भी जारी रखनी होगा। वहीं स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि कक्षा आठवीं, दसवीं और बारहवीं के छात्रावास और बोर्डिंग स्कूल भी 100 फीसदी क्षमता के साथ फिर से खोले जाएंगे, जबकि कक्षा 11वीं को 50 फीसदी क्षमता के साथ फिर से खोला जाएगा।
कोरोना संक्रमण की समीक्षा के बाद लिया निर्णय
मंत्री ने कहा कि कोविड -19 मामलों की स्थिति की समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया गया। पिछले डेढ़ महीने से पॉजिटिव केस घटकर 0.1% हो गए हैं। पॉजिटिविटी रेट में कमी के बाद ज्यादातर पाबंदियों में ढील दी गई है। एमपी में रोजाना 50,000 से ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं। एक स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, मध्य प्रदेश में सक्रिय मामले 131 हैं और सोमवार को केवल 12 लोगों ने सकारात्मक परीक्षण किया है।बता दें कि इससे पहले स्कूल शिक्षा विभाग ने 1 सितंबर से कक्षा आठवीं से बारहवीं तक की कक्षाएं फिर से शुरू करने का निर्णय लिया था। हालांकि इसे 20 सितंबर तक स्थगित कर दिया था। वहीं उच्च शिक्षा विभाग ने आज से मप्र के कॉलेजों को 50 फीसदी क्षमता के साथ फिर से खोलने की घोषणा की है।