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भोपाल 26 अक्टूबर 2021। भोपाल में वेब सीरीज आश्रम-3 की शूटिंग के दौरान हुए हमले को लेकर अब राजनीति होने लगी है। इसी बीच भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने सोमवार को फिल्म निर्माताओं को कड़ी चेतावनी दी और मनोरंजन के नाम पर सनातन धर्म की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया। फिल्म निर्माताओं पर मनोरंजन के नाम पर सनातन धर्म की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाते हुए, भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने सोमवार को कहा कि उनके नेतृत्व वाला भारत भक्ति अखाड़ा स्क्रिप्ट, फिल्मों की सामग्री और वेब श्रृंखला की जांच के लिए एक अलग विभाग बनाएगा और यदि आवश्यक हुआ तो विवादित फिल्में नहीं बनने देंगे। उन्होंने वेब सीरीज ‘आश्रम’ के तीसरे सीजन की शूटिंग रोकने की धमकी भी दी। ठाकुर ने कहा कि मनोरंजन के विभिन्न रूपों को समाज को सही दिशा देनी चाहिए न कि भावनाओं को ठेस पहुंचाना चाहिए।
भोपाल में रविवार शाम को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा वेब सीरीज आश्रम-3 के सेट पर तोड़फोड़ और निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा पर स्याही फेंकने की घटना पर प्रज्ञा ठाकुर मीडिया को अपनी प्रतिक्रिया दे रही थीं। पुलिस ने हंगामे को लेकर रविवार देर रात चार लोगों को गिरफ्तार किया था।
ठाकुर ने रविवार की घटना को आगामी उपचुनावों से जोड़ने के बारे में एक सवाल के जवाब में एक समाचार चैनल से कहा, ‘सच तो यह है कि ये लोग हमें मजबूर कर रहे हैं कि हम वह फिल्म (सीरीज) देंखें और इन पर कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि ‘सनातन धर्म के विरुद्ध अगर किसी ने खिलवाड़ किया तो वह स्वीकार नहीं है।’
सीएम से कानूनी कार्रवाई का किया आग्रह
उन्होंने आगे कहा, ‘हम साधु संत पिक्चर नहीं देखते, लेकिन अब हमें एक विभाग बनाना पड़ेगा। भारत भक्ति अखाड़ा एक विभाग बनाएगा, कोई पिक्चर रिलीज होने से पहले वहां देखी जाएगी। विभाग सिनेमा बनने से पहले ही उसकी पटकथा पढ़ेगा और हम इस तरह के फिल्मों के निर्माण की अनुमति नहीं देंगे।’ उन्होंने कहा, “मैं सेंसर बोर्ड में ऐसे लोगों (इन विषयों पर फिल्में बनाने वालों) के खिलाफ कार्रवाई करूंगी।” भाजपा नेता ने आगे कहा कि वह इस संबंध में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिख कर कानूनी कार्रवाई का आग्रह करेंगी।
संतों ने प्रज्ञा ठाकुर को सौंपा ज्ञापन
इससे पहले संतों के एक समूह ने भोपाल में वेब सीरीज आश्रम के सेट पर तोड़फोड़ के आरोप में गिरफ्तार किए गए लोगों को रिहा करने की मांग करते हुए भाजपा सांसद ठाकुर को एक ज्ञापन सौंपा।
‘आश्रम कोई ऐसा विषय नहीं है जिस पर कोई उंगली उठा सके’
प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि आश्रम सनातन धर्म के तहत साधुओं और संतों के रहने की व्यवस्था है और यह ऐसा विषय नहीं है जिसे किसी के द्वारा गलत तरीके से पेश किया जाए।उन्होंने कहा, ‘‘आश्रम कोई ऐसा विषय नहीं है जिस पर कोई उंगली उठा सके। एक व्यक्ति गलत हो सकता है और मौजूदा व्यवस्था के तहत ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है लेकिन अगर कोई सनातन या हिंदू धर्म तथा उसके धार्मिक नेताओं की (आश्रम) इस व्यवस्था को बदनाम करता है तो यह सहन नहीं किया जाएगा।’’
संन्यासी होने के नाते मैं साधुओं का दर्द महसूस कर सकती हूं: प्रज्ञा
उन्होंने कहा, ‘‘संन्यासी होने के नाते मैं साधुओं का दर्द महसूस कर सकती हूं। आश्रम शब्द सुनते ही हमारा मन प्रसन्न हो जाता है और अच्छी भावनाएं उत्पन्न होती हैं, लेकिन इसे विकृत रुप में प्रस्तुत किया जा रहा है।’’ ठाकुर ने कहा कि देश में नेतृत्व के अभाव में आजादी के बाद से ही हिंदुओं की भावनाओं को मनोरंजन के माध्यम से ठेस पहुंचाई जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘फिल्में हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का माध्यम बन गई हैं और उन्हें अब न केवल मध्यप्रदेश में बल्कि पूरे देश में बंद कर देना चाहिए।’’
अन्य धर्मों पर फिल्म बनाने की दी चुनौती
सांसद ने फिल्म निर्माताओं को चर्च, मदरसा, बाइबिल और कुरान जैसे विषयों पर फिल्म बनाने की चुनौती दी। ठाकुर ने कहा कि वामपंथी विचारधारा के निर्देशक और निर्माता आजादी के बाद से ही लगातार हिंदुओं, उनके इतिहास और मूर्तियों को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि, ‘लव जिहाद’ जैसे विषय पर कोई फिल्म नहीं बनाता और जमीन जिहाद भी चल रहा है, जिसके तहत न सिर्फ भोपाल में बल्कि अन्य जगहों पर भी बड़े पैमाने पर जमीन पर कब्जा किया जा रहा है।