
इंडिया रिपोर्टर लाइव
गुवाहाटी 19 जून 2024। उत्तर और पूर्वी भारत जहां प्रचंड गर्मी से झुलस रहा है, वहीं पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में बारिश ने कहर बरपाया है। असम में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के चलते बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया है। ब्रह्मपुत्र समेत प्रमुख नदियां उफान पर हैं। मेघालय वर्षा जनित घटनाओं में दो लोगों की मौत हुई है और अरुणाचल प्रदेश में भूस्खलन से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। चेन्नई में उड़ानों पर असर पड़ा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पूर्वोत्तर के राज्यों, खासतौर पर मेघालय, असम, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड और मणिपुर में अगले तीन से पांच दिन भारी बारिश की चेतावनी दी है। इन राज्यों में 20 सेंटीमीटर से भी अधिक वर्षा हो सकती है। असम में तो पिछले कई दिनों हो रही बारिश के चलते ब्रह्मपुत्र और बराक के अलावा विभिन्न सहायक नदियों के जलस्तर बढ़ता जा रहा है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया है कि राज्य में बाढ़ से 309 गांवों के 1.05 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य के 14 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। आने वाले दिनों में भारी बारिश होने पर हालात और बिगड़ने की आशंका बढ़ गई है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक कामपुर में कपिली नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ पीड़ित सरकार की ओर से बनाए गए 3,168 आश्रय शिविरों में शरण ले रहे हैं। राज्य के करीमगंज, लखीमपुर, तामुलपुर, बोंगईगांव, उदलगुड़ी, दरांग, धेमाजी, नगांव, होजाई, चिरांग, बारपेटा, बक्सा, नलबाड़ी और ग्वालापाड़ा जिलों में बाढ़ से जन जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। करीमगंज में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां कई घरों में बाढ़ का पानी घुसने से इलाके में स्थिति गंभीर हो गई है।
मेघालय में छह जिले प्रभावित, एक की मौत
पिछले करीब एक सप्ताह से जारी बारिश से मेघालय के छह जिलों के 42 से अधिक गांवों में इसका असर देखने को मिल रहा है। पश्चिमी गारो हिल्स जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। बारिश के कारण पूर्वी और पश्चिमी खासी हिल्स जिलों में एक-एक व्यक्ति की डूबने से मौत हो गई है। मेघालय राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, लगातार जारी बारिश के चलते 17 घरों सहित 36 से अधिक संरचनाएं नष्ट हो गई हैं। फसल को नुकसान पहुंचा है। पश्चिमी गारो हिल्स जिले के 24 से अधिक गांवों में 2,825 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। पश्चिमी गारो हिल्स में दो घर नष्ट हो गए।
अरुणाचल में बारिश के कारण भूस्खलन
अरुणाचल प्रदेश में पिछले कई दिनों से हो रही बारिश के चलते जगह-जगह भूस्खलन होने से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार सुबह कार्सिंगसा सिंकिंग जोन में एनएच-415 का एक हिस्सा एक पुलिया के साथ बह गया, जिससे निर्जुली और बांदेरदेवा के बीच संपर्क टूट गया। ईटानगर-यूपिया रोड पर भी कई जगह भूस्खलन हुआ है। राजधानी ईटानगर में भी जगह-जगह भूस्खलन हुआ है, लेकिन इसमें किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।
चेन्नई में भारी बारिश से उड़ानें प्रभावित
चेन्नई में बीती रात से भारी बारिश के चलते यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। उड़ानों पर भी असर पड़ा है। बारिश के साथ तेज हवा चलने से कई इलाकों में पेड़ भी उखड़ गए हैं। एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के चलते उड़ानों के आगमन प्रस्थान में देरी हुई है। दुबई, दिल्ली और पुणे से आने वाली उड़ानों में देरी हुई है। हालांकि, बारिश से लोगों को चिलचिलाती गर्मी से बड़ी राहत मिली है।