इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 04 मार्च 2022। अलकायदा की निरंतर उपस्थिति व इस्लामिक स्टेट खोरासन (आईएसआईएल-के) में बढ़ती भर्ती पर गंभीर चिंता जताते हुए भारत ने संयुक्त राष्ट्र में फिर जोर दिया कि अफगानिस्तान या क्षेत्र में किसी और जगह आतंक को पनपने न दिया जाए। भारत का परोक्ष इशारा पाकिस्तान की ओर था। अफगानिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बुधवार को हुई बैठक में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा, सुरक्षा परिषद की निगरानी टीम की रिपोर्ट के मुताबिक इस क्षेत्र के सभी देश खासतौर से मध्य एशियाई देशों के लिए अफगानिस्तान में पनप रहे आतंकी संगठन बड़ा खतरा हो सकते हैं।
तिरुमूर्ति ने कहा, यह सुनिश्चित किया जाए कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा चिह्नित आतंकी संगठनों को अफगानी जमीन पर पनपने नहीं दिया जाए। तालिबान ने खुद वादा किया है कि वह अफगानिस्तान में आतंक को पनाह नहीं देगा। 1267 संकल्प के अंतर्गत आने वाले आतंकियों को क्षेत्र में सक्रिय होने से रोकने की ठोस प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए।
भारत ने भेजी गेहूं की दूसरी खेप…
मानवीय सहायता के तौर पर भारत ने अफगानिस्तान के लिए गेहूं की 2000 मीट्रिक टन की दूसरी वाया पाकिस्तान खेप भेजी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि 2000 टन गेहूं लेकर काफिला अमृतसर के अटारी बॉर्डर से जलालाबाद रवाना हुआ।