इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 23 जुलाई 2021। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक और समृद्ध भविष्य की अफगानिस्तान की आकांक्षाओं को पूरा करने में वहां की सरकार व लोगों की सहायता करता रहेगा। यह बयान अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते दबदबे को लेकर वैश्विक चिंताओं के बीच आया है। बागची ने कहा कि दोनों देशों के संबंध 2011 में हुए रणनीतिक साझेदारी करार द्वारा निर्देशित हैं। उन्होंने कहा कि निकटवर्ती पड़ोसी मुल्क होने के चलते भारत अफगानिस्तान की सरकार और वहां के लोगों की शांति, लोकतांत्रिक और समृद्ध भविष्य की आकांक्षाओं का पूरा करने में मदद करता रहेगा। यह महिलाओं और अल्पसंख्यकों समेत अफगान समुदाय के सभी वर्गों के हितों में होगा। बता दें कि अमेरिका के ज्याइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल मार्क मिले ने कहा है कि तालिबान ने अब तक अफगानिस्तान के करीब आधे हिस्से पर कब्जा कर लिया है। जनरल मिले ने कहा, तालिबान ने पिछले छह, आठ व 10 माह के दौरान काफी बड़े इलाके को अपने कब्जे में ले लिया है।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय (पेंटागन) में एक संवाददाता सम्मेलन में जनरल मार्क मिले ने कहा कि तालिबान ने अफगानिस्तान के 419 जिला केंद्रों में से अब तक 212 जिलों पर नियंत्रण कर लिया है। हालांकि उसने अभी तक देश की 34 प्रांतीय राजधानियों में से किसी पर कब्जा नहीं किया है, लेकिन वह उनमें से लगभग आधी राजधानियों पर दबाव बना रहा है।
उन्होंने कहा, यह अफगानिस्तान की सुरक्षा, अफगान सरकार व अफगानी लोगों की इच्छाशक्ति एवं नेतृत्व की परीक्षा होगी। जनरल मिले के साथ अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि अमेरिकी सेना के प्रयास तालिबान पर नहीं, बल्कि आतंकवादी खतरों से निपटने पर केंद्रित होंगे। अमेरिका 11 सितंबर 2001 को अमेरिका पर हमला करने वाले अलकायदा पर नजर रखेगा।
तालिबान के अलकायदा संकल्प पर नजर रखेंगे
अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि तालिबान ने 2020 में संकल्प किया था कि वह भविष्य में अफगानिस्तान को अलकायदा के लिए पनाहगाह नहीं बनने देगा और उन्होंने उम्मीद जताई कि तालिबान अपना संकल्प याद रखेगा। अमेरिका इस संकल्प पर नजर रखेगा।