
इंडिया रिपोर्टर लाइव
जबलपुर 08 दिसम्बर 2021 । मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में छेड़खानी और पड़ोसियों की प्रताड़ना से त्रस्त होकर एक नाबालिग छात्रा ने खुद को आग के हवाले कर लिया. पुलिस के अनुसार गंभीर हालत में झुलसी छात्रा को नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दाखिल कराया गया था. जहां देर रात छात्रा ने इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. महिला सुरक्षा के प्रति गंभीर होने का दावा करने वाली पुलिस इन मामलों में कितनी गंभीर है यह भी सामने आ गया. सुसाइड नोट में आरोपियों के नामों का जिक्र है जबकि पुलिस की अपनी थ्योरी है कि आरोपी और लड़की के बीच दोस्ती थी, जो लड़की के पिता को पसंद नहीं थी और इस वजह से लड़की ने सुसाइड किया है.
दरअसल, जबलपुर में रांझी के मस्ताना चौक इलाके में रहने वाली 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा को इलाके में ही रहने वाले कुछ युवक लगातार परेशान कर रहे थे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि लडकी के पिता का कहना है कि थक हार कर छात्रा ने इसकी रांझी थाने में शिकायत भी की लेकिन पुलिस द्वारा किसी भी प्रकार की कार्रवाई न होने से परेशान होकर छात्रा ने खुद की जिंदगी खत्म करने का फैसला लिया, वहीं, मंगलवार को उसने खुद को आग के हवाले कर लिया. ऐसे में सुसाइड की कोशिश के पहले छात्रा ने एक सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें उसने इलाके में ही रहने वाले अनुराग, वरुण, आशा और ममता का जिक्र करते हुए लिखा है कि इन लोगों ने उसका जीना मुश्किल कर दिया है और जिसके कारण मेरी जिंदगी बर्बाद हो चुकी है. सुसाइड नोट में छात्रा ने सॉरी लिख कर अपने पिता से माफी भी मांगी है.
घटना के बाद एक्शन में आई पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
बता दें कि हैरान कर देने वाली बात तो ये है कि बालिका सुरक्षा को लेकर संवेदनशीलता का दावा करने वाले मध्य प्रदेश सरकार की पुलिस भी इस मामले में टालमटोल का रवैया ही अपनाती रही. आरोप है छात्रा की शिकायत के बावजूद पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लिया और न ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कोई कार्रवाई की, जिसके चलते 11वीं कक्षा की छात्रा को खुदकुशी जैसा आत्मघाती कदम उठाने मजबूर होना पड़ा. वहीं, छात्रा की खुदकुशी की खबर मिलते ही पुलिस हरकत में आई और आनन-फानन में सुसाइड नोट में दर्ज़ आरोपियों की गिरफ्तारी करते हुए अपना पल्ला झाड़ने की कवायद शुरू कर दी.
सुसाइड नोट में पुलिस पर भी सवाल
वहीं मृत छात्रा के पिता का आरोप है कि पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने पर बेटी काफी परेशान थी और आरोपी लगातार उसे धमका रहे थे. इस दौरान मृतक छात्रा का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें वह मृत हालत में बयान देते हुए आरोपियों के नाम और उनकी करतूत का खुलासा कर रही है. फिलहाल पुलिस ने इस मामले कुछ अलग ही कहानी बता रही है. वहीं, पुलिस द्वारा जारी बयान के मुताबिक लड़की के साथ छेड़छाड़ नहीं हुई, उसके और पड़ोस के लड़के की दोस्ती थी, जो कि लड़की के पिता को पसंद नहीं थी, जिसकी वजह से पूरी घटना हुई. हालांकि लड़की के पिता के बयान और खुद लड़की के सुसाइड नोट में इस बात का कहीं कोई जिक्र नहीं है. इस दौरान पुलिस अपना गिरेबान बचाने के लिए इस तरह के सबूत पेश कर रही है या फिर वाकई में छेड़छाड़ की गई है यह तो जांच के बाद ही सामने आ पाएगा.
पिता ने ऑटो रिक्शा चलाकर संभाली घर की जिम्मेदारी
गौरतलब है कि छात्रा के पिता ने बताया की छात्रा की मां की मौत पहले ही हो चुकी थी. वहीं, पिता एक ऑटो ड्राइवर है. उसी से वह अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे. छात्रा के पिता ने बताया कि वह पढ़ लिख कर डॉक्टर बनना चाहती थी. लेकिन नियति को यह मंजूर न था और देर रात छात्रा ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.