
इंडिया रिपोर्टर लाइव
कोलकाता 23 दिसम्बर 2021 । पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हाकिम कोलकाता के नए मेयर होंगे। वहीं टीएमसी सांसद माला रॉय को कोलकाता नगर निगम की अध्यक्ष चुना गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नवनिर्वाचित पार्षदों के साथ बैठक के बाद कोलकाता के मेयर के नाम की घोषणा की।
सीएम ने बैठक में लिया फैसला
दोपहर करीब दो बजे हुई बैठक में टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी, दिग्गज नेता और विधायक भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि सत्तारूढ़ टीएमसी ने 19 दिसंबर को हुए कोलकाता नगर निगम चुनावों में 144 में से 134 वार्डों में जीत हासिल की थी। भारतीय जनता पार्टी तीन सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। कांग्रेस और वामदलों ने दो-दो वार्ड जीते।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने निर्वाचित पार्षदों के साथ बैठक के दौरान कहा, “राज्य चुनाव आयोग और पुलिस ने शांतिपूर्ण चुनाव कराने में अच्छा काम किया। कोलकाता नगर निगम के रिपोर्ट कार्ड की हर 6 महीने बाद समीक्षा की जाएगी। अगर कोई काम नहीं कर रहा है, तो सरकार उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी।”
उन्होंने कहा, “बीजेपी और सीपीएम को बात ज्यादा करने और काम कम करने की आदत है। सभी होर्डिंग्स को हटाने की जरूरत है और शहर साफ-सुथरा होना चाहिए। यूनेस्को से मान्यता मिलने के बाद दुर्गा पूजा शुरू होने से 10 दिन पहले समारोह शुरू हो जाएगा।”
पहले से लगाई जा रही थीं अटकलें
पहले से ही ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि मंत्री फिरहाद हाकिम फिर से मेयर बन सकते हैं। इन अटकलों पर मोहर लगाते हुए सीएम ममता बनर्जी ने फिरहाद हाकिम के नाम की घोषणा कर दी। बता दें कि मई 2020 में निर्वाचित मेयर-इन-काउंसिल का पांच साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद हकीम के नेतृत्व में प्रशासकों के एक बोर्ड द्वारा नागरिक निकाय का संचालन किया जा रहा था। यह एक प्रकार की विशेष व्यवस्था थी क्योंकि कोविड के कारण नागरिक चुनाव नहीं हो सके।
कौन हैं फिरहाद हकीम?
फिरहाद हकीम की बात करें तो यह 62 वर्षीय नेता पश्चिम बंगाल सरकार के परिवहन और आवास मंत्री हैं। वह 10 साल तक शहरी विकास और नगरपालिका मामलों के प्रभारी मंत्री रहे। इसके अलावा वह चुनाव से पहले कोलकाता के मेयर के रूप में भी काम कर रहे थे जो भारत में तीसरा मेगासिटी है। अब आधिकारिक रूप से उनके नाम की घोषणा हो चुकी है। राज्य भर में 100 से अधिक अन्य नगर निकायों के चुनाव भी एक साल से अधिक समय से लंबित हैं। 6 दिसंबर को राज्य चुनाव आयोग ने कलकत्ता उच्च न्यायालय को बताया कि शेष 22 जिलों में नगरपालिका चुनाव मई 2022 तक छह से आठ चरणों में होंगे।