इंडिया रिपोर्टर लाइव
09 अप्रैल 2022। सेहत के लिहाज से लगभग सभी डेयरी उत्पादों को काफी लाभकारी माना जाता है। दुग्ध उत्पाद कई प्रकार के विटामिन्स और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, ऐसे में इनका नियमित सेवन करना आपको कई तरह से लाभ पहुंचा सकता है। छाछ भी एक बेहद फायदेमंद किण्वित डेयरी उत्पाद है। प्रोबायोटिक्स और तमाम न्यूट्रिशियंस से भरपूर छाछ को गर्मी के दिनों में बहुत लाभदायक माना जाता है। यह शरीर को हाइड्रेटेड बनाए रखने के साथ प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, सोडियम और विटामिन बी-12 जैसे अति आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। पेट को ठीक रखने और आंतों की सेहत को बेहतर बनाए रखने के लिए छाछ का सेवन किया जा सकता है।
अध्ययनों से पता चलता है कि छाछ में पानी, लैक्टोज और मिल्क प्रोटीन कैसिइन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। छाछ कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकता है, जिसमें रक्तचाप, हड्डी और मौखिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखना शामिल है। हालांकि कुछ स्थितियों में छाछ के सेवन के साइड-इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।
डिहाइड्रेशन से बचाने में मददगार
शोध बताते हैं कि छाछ का सेवन करना आपको गर्मी के कारण होने वाले निर्जलीकरण की समस्या से बचाने में काफी मददगार हो सकता है। छाछ में इलेक्ट्रोलाइट्स, विशेष रूप से पोटैशियम और पानी की मात्रा अधिक होती है, जिसका सेवन करना आपके लिए विशेष लाभकारी हो सकता है। छाछ पीने से गर्मी से लड़ने और शरीर में पानी का संतुलन बनाए रखने में मदद मिल सकती है।
हड्डियों के लिए फायदेमंद
छाछ कैल्शियम और फास्फोरस का अच्छा स्रोत है, साथ ही इसमें विटामिन-डी भी मौजूद होता है। यह सभी पोषक तत्व इसे हड्डियों के लिए काफी फायदेमंद बनाते हैं। हड्डियों की मजबूती बनाए रखने और ऑस्टियोपोरोसिस जैसे रोगों के खतरे को कम करने में छाछ का सेवन महत्वपूर्ण हो सकता है। 13-99 आयु वर्ग के लोगों पर 5 साल तक किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि छाछ में मौजूद फास्फोरस हड्डियों के घनत्व को 2.1 फीसदी तक बढ़ाने में सहायक हो सकता है।
कोलेस्ट्रॉल को रखता है कंट्रोल
हाई कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोगों का प्रमुख कारण माना जाता है। छाछ में मौजूद पोषक तत्व कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखकर हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकते हैं। 34 वयस्कों पर 8 सप्ताह तक किए गए अध्ययन में पाया गया कि रोजाना 45 ग्राम की मात्रा में छाछ का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स में क्रमशः 3 और 10 फीसदी की कमी आई।
इन दुष्प्रभावों के बारे में जानिए
छाछ में सोडियम की मात्रा अधिक होती है, इसलिए इसका सीमित मात्रा में ही सेवन किया जाना चाहिए। अधिक सोडियम का सेवन उच्च रक्तचाप के जोखिम को बढ़ा देता है। इसके अलावा छाछ में लैक्टोज होता है, यह एक प्राकृतिक शर्करा है। कई लोगों में लैक्टोज इन्टॉलरेंस की समस्या होती है, ऐसे लोगों को छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए। इस स्थिति में पेट की खराबी, दस्त और गैस जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।