जम्मू-कश्मीर के हालात पर आज हाई लेवल बैठक, कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा को लेकर लिए जा सकते हैं बड़े फैसले

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इंडिया रिपोर्टर लाइव

जम्मू कश्मीर 03 जून 2022। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ नई दिल्ली में घाटी के सुरक्षा हालात पर उच्च स्तरीय बैठक करेंगे। कश्मीर में हाल में हुई आतंकी घटनाओं खासकर लक्षित हत्याओं तथा अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर इस बैठक में चर्चा होने की संभावना है।आपको बता दें कि इस बैठक में गृह मंत्रालय, सेना और राज्य की सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। इस बैठक में कश्मीर पंडितों की सुरक्षा और अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर बड़े फैसले लिए जा सकते हैं।

गृह मंत्रालय कश्मीर के हालात पर पैनी निगाह रखे हुए हैं। कश्मीर घाटी में गुरुवार को हिंदू बैंककर्मी की गई हत्या के कुछ घंटे बाद ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बैठक बुलाई, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार(एनएसए) अजीत डोभाल सहित शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

डोभाल ने की थी अमित शाह से मुलाकात
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि डोभाल और खुफिया एजेंसी रॉ (रिसर्च ऐंड एनालिसिस विंग) के प्रमुख सामंत गोयल ने दोपहर बाद करीब एक घंटे तक अमित शाह के साथ उनके नार्थ ब्लॉक कार्यालय में बातचीत की। बैठक की विस्तृत जानकारी तत्काल नहीं मिल सकी है, लेकिन माना जा रहा है कि उन्होंने कश्मीर की स्थिति पर चर्चा की। इस दौरान ताजा हालात पर चर्चा के अलावा शुक्रवार को होने वाली समीक्षा बैठक को लेकर भी तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया।

सूत्रों की मानें तो शुक्रवार को होने वाली बैठक में गृंह मंत्रालय कश्मीर में सुरक्षा रणनीति को लेकर कुछ बड़े फैसले ले लेता है, क्योंकि वहां कार्य कर रहे कश्मीर पंडितों ने पलायन की चेतावनी दी है। इसे लेकर मंत्रालय गंभीर है तथा उनकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कुछ ठोस कदमों का ऐलान किया जा सकता है।

राहुल ने कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा पर केंद्र सरकार को घेरा
कश्मीर घाटी में हो रही हत्याओं को लेकर कांग्रेस ने गुरुवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा। पार्टी ने सरकार पर घाटी में कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया है। कांग्रेस के पू‌र्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तंज कसते हुए कहा कि जिन्हें कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा व्यवस्था करनी चाहिए, उन्हें फिल्मों के प्रचार से फुर्सत नहीं है।

राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि कश्मीर में बैंक मैनेजर, टीचर और कई मासूम लोग रोज मारे जा रहे हैं। कश्मीरी पंडित घाटी से पलायन कर रहे हैं। जिनको सुरक्षा करनी है, उनको फिल्म के प्रमोशन से फुर्सत नहीं है। भाजपा ने कश्मीर को सिर्फ अपनी सत्ता की सीढ़ी बनाया है। प्रधानमंत्री से कश्मीर में अमन कायम करने के लिए फौरन कदम उठाने की अपील करते हुए राहुल गांधी ने कुछ घटनाओं का भी जिक्र किया। पार्टी के दूसरे नेताओं ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरा है।

दरअसल, अपने ट्वीट में राहुल गांधी ने इशारों-इशारों में गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। गृह मंत्री ने बुधवार को एक विशेष स्क्रीनिंग में अक्षय कुमार की फिल्म ‘सम्राट पृथ्वीराज’ देखी थी। इससे पहले सरकार के कई मंत्री और भाजपा नेता कश्मीर फाइल्स फिल्म का भी प्रचार कर चुके हैं।

घाटी में सुरक्षा के लिए प्रभावी उपायों की मांग
जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता रवीन्द्र शर्मा ने कहा, पार्टी कश्मीर में निर्दोष लोगों की जान बचाने के लिए तत्काल और प्रभावी उपायों की मांग करती है। देश कब तक घाटी में निर्दोष लोगों की, विशेष रूप से अल्पसंख्यकों की लक्षित हत्या को बर्दाश्त करेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन कश्मीर में हालात सामान्य होने के दावे करता है। हम निर्दोष लोगों की हत्याओं को रोकने के लिए एक तत्काल और प्रभावी रणनीति की मांग करते हैं।

परिवारों को तबाह होते देखना हृदय विदारक : उमर अब्दुल्ला
नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने हमले की निंदा करते हुए ट्वीट किया, घाटी में बैंक कर्मचारी विजय कुमार की लक्षित हत्या से बेहद दुखी हूं। हमले की निंदा करने और मौत पर शोक व्यक्त करने के लिए ट्वीट करना नियमित बात बनती जा रही है। परिवारों को इस तरह से तबाह होते देखना हृदय विदारक है।

लक्षित हत्याओं की घटनाएं दर्दनाक : बुखारी
‘अपनी पार्टी’ के प्रमुख अल्ताफ बुखारी ने कहा कि कश्मीर में नागरिकों की लक्षित हत्याओं की घटनाएं दर्दनाक हैं। उन्होंने ट्वीट किया, हिंसा के इन घिनौने कृत्यों ने परिवारों को बर्बाद कर दिया है.. यह भयावह है। क्या महज निंदा करना काफी होगा?

सब कुछ सही होने के फर्जी दावों का पर्दाफाश : हंजुरा
पीडीपी महासचिव गुलाम नबी लोन हंजुरा ने कहा कि ऐसी घटनाएं प्रशासन के सब कुछ सामान्य होने के फर्जी दावों का पर्दाफाश करती है। एक और जान चली गई, बेहद दुखद एवं निंदनीय। इस जगह को प्रशासन के उच्च नेतृत्व ने एक युद्ध के मैदान में तब्दील कर दिया है, स्थिति सामान्य होने के उसके फर्जी दावे बेनकाब हो रहे हैं। स्थिति सामान्य से बहुत दूर है और इससे निपटने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। मेरी संवेदनाएं।

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