
इंडिया रिपोर्टर लाइव
रायपुर 9 अगस्त 2022। छत्तीसगढ़ में कोरोना के साथ स्वाइन फ्लू और मंकीपॉक्स के मरीज भी मिल रहे हैं। प्रदेश में स्वाइन फ्लू के अब तक 28 मरीज मिल चुके हैं। 17 मरीज स्वस्थ चुके हैं, लेकिन 11 मरीजों को उपचार अस्पतालों में चल रहा है। सोमवार को बालोद में 3 साल की बच्ची में संक्रमण की पुष्टि हुई है। बच्ची को रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बालोद कलेक्टर ने जिले के स्वास्थ्य अमले को अलर्ट रहने कहा है। इधर बस्तर में मंकीपॉक्स के 2 संदेही मिले हैं। उन्हें जगदलपुर के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। दोनों सीआईएफ के जवान हैं और हाल ही में दिल्ली से लौटे हैं। उनका सैंपल जांच के लिए पुणे भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।
डॉ. सुभाष मिश्रा डायरेक्टर एपेडिमिक कंट्रोल ने बताया कि प्रदेश में अब तक 28 लोग स्वाइन फ्लू की चपेट में आ चुके हैं। 11 मरीजों का उपचार अस्पताल में चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को अलर्ट जारी किया है। कवर्धा की रहने वाली बच्ची सर्दी-जुकाम से पीड़ित थी। परिजनों ने उसे 4 जुलाई को रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। वहां उसे निमोनिया बताया गया था। डॉ. मिश्रा ने कहा कि कवर्धा के 4 साल के एक बच्चे की मौत स्वाइन फ्लू होने की बात सामने आई है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग को जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होने होगी।
लक्षण दिखें तो नजरअंदाज न करें, अस्पताल जाएं
बस्तर में मंकीपॉक्स के दो संदेही मरीज मिलने की बात डॉ. सुभाष मिश्रा ने कहा कि ऐसी सूचना मिली है, लेकिन सरकारी रिकॉर्ड में अब जानकारी नहीं है। वैसे भी स्वास्थ्य महकमें को अलर्ट किया गया है। डॉ. मिश्रा ने बताया कि स्वाइन फ्लू भी सामान्य इंफ्लूएंजा यानी सर्दी-जुकाम जैसे लक्षणों वाला ही होता है। सामान्य सर्दी-जुकाम अधिकतम 3 दिनों में ठीक हो जाता है, लेकिन स्वाइन फ्लू में यह कई दिनों तक चलता है। छोटे बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं के लिए स्वाइन फ्लू घातक हो सकता है। अगर ऐसे लक्षण दिखें तो इसे नजर अंदाज न करें। तुरंत अस्पताल पहुंचकर जांच कराएं। सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा है।