
इंडिया रिपोर्टर लाइव
वॉशिंगटन 15 अप्रैल 2023। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण श्रीलंका के ऋण मुद्दों को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक में शामिल हुईं और उन्होंने संकटग्रस्त देश को आर्थिक संकट से उबारने के लिए भारत की ओर से पूरा समर्थन देने की प्रतिबद्धता भी जताई। सीतारमण ने कहा कि ऋण पुनर्गठन चर्चाओं में सभी लेनदारों के साथ व्यवहार में पारदर्शिता और समानता सुनिश्चित करने के लिए लेनदारों के बीच सहयोग महत्वपूर्ण है। यह बैठक बृहस्पतिवार को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की सालाना वसंत बैठकों से इतर हुई।
एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि जापान के वित्त मंत्री सुजुकी शुनिची, श्रीलंका के वित्त राज्यमंत्री शेहान सेमासिंघे और इमैनुअल मॉलिन के अलावा फ्रांस के अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे। इसमें श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए। इस बैठक में, मंत्रियों ने श्रीलंका के समन्वित ऋण पुनर्गठन के लिए तीन सह-अध्यक्षों: भारत, जापान और फ्रांस के तहत श्रीलंका पर ऋण पुनर्गठन वार्ता प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की।
भारत, जापान जी7 और जी20 के बीच बेहतर तालमेल के लिए कर सकते हैं काम
सीतारमण ने कहा है कि जी20 और जी7 के सदस्य देशों के बीच बेहतर तालमेल और समन्वय के लिए भारत और जापान मिलकर काम कर सकते हैं। इस वर्ष जी20 की अध्यक्षता भारत के पास है जबकि जी7 का मौजूदा अध्यक्ष जापान है। सीतारमण ने कहा कि जापान ने उन्हें जी7 के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की मई में होने वाली बैठक में आमंत्रित किया है और वह इस पर विचार कर रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम जापान की सरकार के साथ और अधिक संवाद के लिए उत्सुक हैं और उसके जी7 का अध्यक्ष होने के नाते हम परस्पर हित एवं सहयोग के क्षेत्रों की संभावनाएं तलाश कर रहे हैं ताकि हम साथ आ सकें और वैश्विक जरूरतों को पूरा कर सकें।”
वित्त मंत्री ने कहा कि दोनों देश खाद्य सुरक्षा, विकास वित्त, जलवायु एवं ऊर्जा, पर्यावरण, डिजिटलीकरण, आपदा जोखिम में कमी और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम जापान के साथ मिलकर काम कर सकते हैं और दोनों समूहों के बीच बेहतर समन्वय एवं सहयोग प्राप्त कर सकते हैं।” सीतारमण ने कहा, ‘‘जापान ने जी7 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक में साझेदारों के साथ चर्चा के लिए भारत को आमंत्रित किया है। यह बैठक 12 मई को होगी। मैं बैठक में शरीक होने और जी7 के वित्त मंत्रियों के साथ बातचीत करने पर विचार कर रही हूं।”
जी20 देशों ने भारत के अनेक प्रस्तावों का किया मजबूत समर्थन
जी20 समूह के सदस्य देशों ने भारत के अनेक प्रस्तावों का समर्थन किया है और इनको लेकर सक्रिय वार्तालाप हो रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जी20 देशों के अपने अनेक समकक्षों के साथ सिलसिलेवार मुलाकात के बाद यह कहा। भारत को पिछले साल दिसंबर में जी20 की अध्यक्षता मिली थी और सितंबर की शुरुआत में उसके नई दिल्ली में नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने की योजना है। जी20 विश्व की 20 प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक महत्वपूर्ण मंच है। सीतारमण ने बृहस्पतिवार को वॉशिंगटन में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की सालाना वसंत बैठकों से इतर जी20 देशों के अपने समकक्षों के साथ मुलाकात की। उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह जानकर बहुत प्रसन्नता हुई कि भारत के ज्यादातर प्रस्तावों को अच्छा समर्थन मिला है और उन्हें लेकर सक्रिय जुड़ाव हो रहा है।”