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अंबिकापुर (छत्तीसगढ़)। कोरोना लॉकडाउन के बीच छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले के दो कारोबारी भाई पिछले दो दिन से लापता थे. जिनकी आज लाश बरामद हुई है. पहले दोनों को गोली मार कर बेरहमी से हत्या की गई, फिर शव को आरोपी ने अपने ही घर के पीछे बाड़ी में दफना दिया. आरोपी कोई और नहीं बल्कि मृतकों के पड़ोसी ही है. पुलिस ने हत्या मामले में दो आरोपी को गिरफ्तार किया है ।
जानकारी के अनुसार अंबिकापुर जिले के ब्रम्हरोड निवासी चचेरे भाई कारोबारी सौरभ अग्रवाल (27 वर्ष) और सुनील अग्रवाल (40 वर्ष) 10 अप्रैल की रात करीब 8.30 बजे दोनों अपनी इनोवा कार क्रमांक सीजी 15 डीएच-8449 कार लेकर घर से बाहर निकले. घर पर उन्होंने बताया कि दोनों घूमने जा रहे हैं. जब काफी देर तक दोनों घर नहीं लौटे तो परिजनों को उनकी चिंता हुई. इस बीच उन्होंने कॉल किया, तो दोनों ने बताया कि वे खाना खाने घर आ रहे हैं. कुछ देर बाद दोनों का मोबाइल स्वीच ऑफ हो गया. घरवालों ने इसके बाद उनके नंबरों पर कई बार ट्राई किया, लेकिन मोबाइल बंद बताने लगा ।
11 अप्रैल की सुबह इसकी शिकायत परिजनों ने कोतवाली में दर्ज कराई. पुलिस उनकी खोजबीन में जुट गई थी. इसी बीच देर शाम उनकी कार शहर के आकाशवाणी चौक के पास स्थित पुराने रोजगार कार्यालय के पास वाली गली में लावारिस हालत में मिली थी. इसके बाद सरगुजा एसपी ने जांच के लिए 3 टीम बनाई और आधी रात तक गुमशुदा भाइयों की तलाश में लगी रही. इसी दौरान संदेह के आधार पर उनके पड़ोसी आकाश गुप्ता को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई. पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की, तो आरोपियों ने दोनों कारोबारियों की हत्या करना स्वीकार कर लिया है । हालांकि पुलिस अभी इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से बच रही है, लेकिन विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक लेन देन को लेकर हुए आपसी झगड़े में आरोपी और पड़ोसी आरोपी आकाश गुप्ता ने दोनों भाइयों की गोली मार कर हत्या कर दी. उसके बाद अपने सहयोगी सिद्धार्थ यादव के साथ मिलकर अपने घर के पीछे बड़ी के एक रूम में गड्ढा खोद कर लाश ठिकाने लगा दिया था. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है ।