
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 22 मई 2023। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नवनिर्मित संसद का उद्घाटन करेंगे। इसी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अपमान करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि मोदी ने दलित और आदिवासी समुदायों से भारत के राष्ट्रपति का चुनाव केवल चुनावी कारणों से सुनिश्चित किया है।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी पहली बार किसी राष्ट्रपति का अपमान नहीं कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को नई संसद के शिलान्यास समारोह में आमंत्रित नहीं किया था। अब भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए नहीं बुलाया जा रहा है। खरगे ने कहा कि भारत की संसद भारत गणराज्य की सर्वोच्च विधायी संस्था है और भारत का राष्ट्रपति को इसका सर्वोच्च संवैधानिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि मुर्मू अकेले ही सरकार, विपक्ष और हर नागरिक का समान रूप से प्रतिनिधित्व करती हैं। वह भारत की प्रथम नागरिक हैं।
खरगे ने कहा कि राष्ट्रपति के हाथों ही संसद भवन का उद्घाटन होना चाहिए। मुर्मू द्वारा नए संसद भवन का उद्घाटन लोकतांत्रिक मूल्यों और संवैधानिक मर्यादा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक होगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने बार-बार मर्यादा का अपमान किया है। भारत के राष्ट्रपति का कार्यालय भाजपा-आरएसएस सरकार के तहत प्रतीकवाद तक सिमट गया है। इसके पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी कहा कि नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री को नहीं बल्कि राष्ट्रपति को करना चाहिए।