आपदा एवं राहत प्रबंधन विभाग ने जारी की एडवाइजरी
इंडिया रिपोर्टर लाइव
बिलासपुर 24 अप्रैल 2020 । कोरोना महामारी के संक्रमण के चलते इस बार गर्मी एवं लू से बचाव के लिये विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इस बारे में आपदा राहत प्रबंधन विभाग ने आम लोगों के गाइडलाइन जारी कर इसका पालन करने की अपील की है।
आम लोगों से कहा गया है कि भीषण गर्मी व लू के दौरान घरों में रहें तथा स्थानीय मौसम व कोविड-19 से स्थिति से समाचार पत्र, टीवी व रेडियो के माध्यम से अपडेट रहें। जितना हो सके पानी पीयें, भले ही प्यास न लगी हो। मिर्गी, ह्रदय, गुर्दे या लीवर की शिकायत वाले रोगी प्रतिबंधित तरल पदार्थ लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। गर्मी में हल्के, हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनें।, ओआरएस घोल, घर का बना पेय लस्सी, बासी भात का पानी, नींबू पानी, छाछ आदि का नियमित रूप से उपयोग करें।
इसके अलावा परामर्श दिया गया है कि घर से बाहर जानें से बचें। यदि बाहर जाना आवश्यक है तो सिर व चेहरे को कपड़े, टोपी या छतरी से ढंक कर रखें। जहां तक संभव हो किसी भी सतह को छूने से बचें। अन्य व्यक्तियों से कम से कम एक मीटर की शारीरिक दूरी बनाकर रखें। साबुन और पानी से बार-बार और ठीक से हाथ धोयें। साबुन और पानी उपलब्ध न हो तो हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें। घर के प्रत्येक सदस्य के लिए अलग-अलग तौलिये रखें। इन तौलियों को नियमित रूप से धोयें।
अन्य सावधानियां
घर को ठंडा रखें। धूप से बचाव के लिए पर्दे, शटर का उपयोग करें। निचली मंजिलों पर बने रहने का प्रयास करें। पंखों का उपयोग करें, कपड़ों को नम करें और अधिक गर्मी में ठंडे पानी में ही स्नान करें।
तेज बुखार, लगातार सिरदर्द, चक्कर आना, मतली या लगातार खांसी, सांस की तकलीफ है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। जानवरों को भी छाया में रखें और उन्हें पीने के लिए भरपूर पानी दें।
क्या ना करें-
यदि आपको आवश्यक कार्य के लिए बाहर जाना है तो दिन के ठंडे घंटों के दौरान अपनी सारणी निर्धारित करने का प्रयास करें। अत्यधिक गर्मी के घंटों के दौरान बाहर जाने से बचें – विशेष रूप से दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच। नंगे पैर या बिना चेहरे को ढंके और बिना सिर ढके बाहर न जाएं। दोपहर के दौरान खाना पकाने से बचें। रसोई घरों के दरवाजे और खिड़कियां खोल कर रखें, जिससे पर्याप्त रूप से हवा आ सके। शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड पेय, पीने से बचें जो शरीर को निर्जलित करते हैं। उच्च प्रोटीन, मसालेदार और तैलीय भोजन खाने से बचें, बासी खाना न खाएं। बिना हाथ धोएं अपनी आंखों, नाक और मुंह को न छुएं। जो लोग बीमार हैं उनके साथ नजदीकी संपर्क से बचें। बीमार होने पर बाहर धूप में बिल्कुल न जाएं, घर पर रहें।
नियोक्ता और श्रमिक के लिये सावधानी
कार्यस्थल पर स्वच्छ और ठंडा पेयजल रखा जाये। श्रमिकों को सीधे धूप से बचाया जाये। मनरेगा मजदूर आदि को यदि उन्हें खुले में काम करना पड़ता है तो सुनिश्चित करें कि वे हर समय अपना सिर और चेहरा ढंके रहें। दिन के समय निर्धारित समय सारणी निश्चित करें। खुले में काम करने के लिए विश्राम की अवधि और सीमा बढ़ाएं। गर्भवती महिलाओं और कामगारों की चिकित्सीय स्थिति पर विशेष ध्यान दें। सभी कार्यकर्ता चेहरे को ढंककर रखें। सभी लोग एक-दूसरे से 1 से 1.5 मीटर की शारीरिक दूरी बनाए रखें और हाथ की नियमित सफाई का अभ्यास करवाएं। बार-बार हाथ धोने के लिए साबुन और पानी दें, अपने हाथों को धोएं बिना चेहरे को छूने से पहले सावधानी बरतने के निर्देश दें। दोपहर के खाने के समय इस तरह से प्रावधान करें कि दो व्यक्तियों के बीच भी 1 से 1.5 मीटर की दूरी हो। स्वच्छता कर्मचारियों को अपने हाथों को ढंकना चाहिए, मास्क और दस्ताने पहनना चाहिए। दस्ताने पहनने के बाद मास्क को नहीं छूना चाहिए। उन्हें अपने हाथों को अच्छी तरह और बार-बार धोना चाहिए। हमेशा फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें, यदि कोई बीमार है तो उसे ड्यूटी पर्यवेक्षक को सूचित किया जाना चाहिए।
क्या न करें
कार्यस्थल पर धूम्रपान या तम्बाखू न ही थूके और न ही चबाएं। एक-दूसरे से हाथ न मिलाएं या एक-दूसरों को गले न लगाएं। अपने चेहरे को विशेष रूप से आंखों, नाक और मुंह को न छुएं। जो लोग बीमार है उनके निकट संपर्क से बचें, बीमार होने पर काम पर न जाएं। घर पर ही रहें।
पुलिस, यातायात पुलिस के लिए सावधानियां
दिन में ड्यूटी पर रहते हुए ठंडक वाली जैकेट पहनें। लोगों के वाहनों को अपने से कुछ दूरी पर रोकें। जांचे जा रहे दस्तावेजों को न छुएं, जहां तक संभव हो किसी भी सतह को छूने से बचें। अपना हाथ नियमित और अच्छी तरह से धोएं, यदि साबुन, पानी आसानी से उपलब्ध नहीं है तो हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें। अपने चेहरे को हाथों से नहीं छुएं, हर समय फेस मास्क पहनें, उन्हें समय-समय पर बदलें और उपयोग किए गए मास्क को सुरक्षित रूप से फेंकें। पर्याप्त पानी पीएं, जितनी बार संभव हो पानी पीएं, भले ही प्यास न लगी हो। सुरक्षात्मक साधनों का उपयोग करें- छाया में रहने का प्रयास करें, धूप का चश्मा और सन-स्क्रीन का प्रयोग करें। जहां तक संभव हो युवा कर्मियों को यातायात ड्यूटी पर रखा जाना चाहिए। काम के बाद घर जाते है, तो स्नान करें और अपने इस्तेमाल किए कपड़ों को अच्छी तरह से धोएं।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए जरूरी सावधानियां
जितना हो सके घर के अंदर रहें, पार्क, बाजारों और धार्मिक स्थानों जैसे- भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर न जाएं, अपने घर को ठंडा रखें। पर्दें और पंखे या कूलर का उपयोग करें, नियमित रूप से हाथ धोने से खासकर भोजन करने से पहले स्वच्छता बनाए रखें। यदि आम बीमार महसूस करते हैं तो तुरंत डॉक्टर को बुलाएं। वरिष्ठ नागरिक की देखरेख कर रहे लोग नियमित रूप से हाथ धोने से उनकी मदद करें, समय पर भोजन और पानी का सेवन सुनिश्चित करें, उनके पास जाते समय अपनी नाक और मुंह ढकने के लिए फेस कवर का इस्तेमाल करें, यदि आप बुखार, खांसी,सांस लेने जैसे चीजों से पीड़ित है, तो वरिष्ठ नागरिक के पास नहीं जाना चाहिए। उस दौरान किसी और को उसके पास जाने के लिए कहे वो भी पूरी सावधानी के साथ।