लॉक डाउन-2 की स्थिति में ईएमआई जमा करने की अवधि 31 मई के स्थान पर 31 जुलाई तक बढ़ाने आरबीआई से जोगी ने किया आग्रह।
इंडिया रिपोर्टर लाइव
रायपुर ( छत्तीसगढ़ ) दिनांक 19 अप्रैल 2020। राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री वह जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के सुप्रीमो अजीत जोगी ने आज भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शशिकांत दास जी को पत्र लिखकर लॉक डाउन – 2 की स्थिति में बैंकिंग ग्राहकों को लोन ईएमआई जमा करने की अवधि 31 मई, 2020 से बढ़ाकर 31 जुलाई , 2020 तक करने का आग्रह किया है।
जोगी ने कहा है वैश्विक महामारी (कोविड-19) कोरोना वायरस के कारण केंद्र सरकार के द्वारा प्रथम चरण में दिनांक 23/3/2020 से 14/4 /2020 तक देश भर में लॉक डाउन किया गया था। लॉक डाउन के कारण लोगों के आय के स्रोत की कमी को ध्यान में रखते हुए मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए आरबीआई ने “सभी कमर्शियल बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, छोटे फाइनेंशियल बैंक और स्थानीय क्षेत्र के बैंक सहित), सहकारी बैंक, वित्तीय संस्थान अन्य बैंकिंग संस्थाओं को 1 मार्च, 2020 तक बकाया सभी कर्जों के संबंध में किस्तों के भुगतान पर तीन महीने की मोहलत अर्थात 31 मई 2020 तक देने की अनुमति देकर देश भर के उपभोक्ताओं को बहुत बड़ी राहत दी गई है।
जोगी ने कहा देश में कोरोना वायरस के बढ़ते हुए संक्रमण को मद्देनजर गम्भीरता पूर्वक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने लॉक डाउन-1 के अंतिम दिन 14 अप्रैल , 2020 को पुनः लॉक डाउन-2 आगामी दिनांक 3/5/2020 तक की घोषणा किया गया है ।
जोगी ने गवर्नर को लिखे पत्र में कहा लॉक डाउन- 2 दिनांक 3/5/2020 को यदि समाप्त हो भी जाता है तब भी आर्थिक मंदी के कारण आम आदमी से लेकर धनाढ्य वर्ग सभी लोगों को दैनिक दिनचर्या, सामान्य स्थिति में आने सितंबर-अक्टूबर लग जाएगा ऐसे में उनके द्वारा 31/5/2020 के पश्चात ईएमआई जमा करने में अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। होम लोन, पर्सनल लोन, एजुकेशन लोन, कार लोन, सभी प्रकार के टर्म लोन, विशेषकर ट्रांसपोर्ट सेक्टर से जुड़े हुए तथा व्यावसायिक प्रयोजन के ऋणधारी ग्राहक बड़ी संख्या में ईएमआई जमा करने में डिफॉल्ट करेंगे, जिससे न्यायालयों में प्रकरणों की भरमार हो जाएगी और उपभोक्ताओं के साथ ही बैंकों, फायनेंस कंपनियों और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। जोगी ने कहा दुनिया भर की अर्थव्यवस्था इस समय मुश्किल में है जिसमें भारत भी अछूता नहीं है।
जोगी ने कहा भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा देश हित में लॉक डाउन के बीच बैंकिंग सेक्टर बैंकों, माइक्रो फायनेंस इंस्टिट्यूट, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को बड़ी राहत देते हुए एक लाख करोड़ रुपया नकदी देने के निर्णय का स्वागतयोग्य हैं , इससे आर्थिक मंदी के दौर में भी आम जनता को ब्याज की कम दरों में लोन मिल सकेगा, आम जनता के आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की यह भी एक ठोस कदम है।
इसी कड़ी में जोगी ने आरबीआई को लिखें पत्र में कोरोना वायरस के कारण देश के इतिहास में पहली बार इतने लंबे लॉक डाउन की वजह से आर्थिक मंदी तथा विषम परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए मानवीय दृष्टिकोण के आधार पर जनहित और देश हित में ईएमआई जमा करने की तिथि को 31/5/2020 तक के स्थान पर बढ़ाकर 31/7/2020 तक बढ़ाने का आग्रह किया है।