इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 08 नवंबर 2023। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देशभर में सीमावर्ती क्षेत्रों की सुरक्षा की दृष्टि से सीमा जागरण मंच के जरिये इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधा, शिक्षा, सुरक्षा, स्वावलंबन की सेवाएं उपलब्ध कराएगा। सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में हुई चर्चा की जानकारी देते हुए कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थानीय नागरिक व सुरक्षा तंत्र से सामंजस्य बढ़ाने के लिए भी विशेष प्रयत्न किए जाएंगे। तीन दिवसीय बैठक के समापन के बाद होसबाले ने कहा, सीमावर्ती गांवों से हिंदुओं का पलायन एक अहम मुद्दा है। इसमें पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करने वाले कच्छ जिले के गांव भी शामिल थे। हमने सीमावर्ती गांवों के विकास और सुरक्षा पर चर्चा की। इन गांवों से सुविधाओं की कमी के कारण लोग अन्यत्र पलायन कर रहे हैं। वहां धार्मिक रूपांतरण भी हो रहा है। हम इन मुद्दों पर गंभीर हैं। देश की सुरक्षा के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में देशभक्तों की उपस्थिति आवश्यक है।
जबरन धर्मांतरण की शिकार महिलाओं का होगा पुनर्वास
लव जिहाद पर होसबाले ने कहा, इस मुद्दे के दो पहलू हैं। पहल, लोगों को इसके बारे में जागरूक करना और दूसरा कानूनी मामले लड़ना। संघ उन महिलाओं के पुनर्वास पर भी काम कर रहा है जिन्होंने खुद को ऐसे रिश्तों से मुक्त कर लिया लेकिन उनके परिवारों ने उन्हें स्वीकार नहीं किया।
उत्तर बनाम दक्षिण में देश को बांटने की साजिश बड़ी चुनौती
होसबाले ने कहा, देश के सामने मुख्य चुनौतियों में से एक इसे उत्तर बनाम दक्षिण के आधार पर विभाजित करने की साजिश है। कुछ लोग कह रहे हैं कि दक्षिण भारत उत्तर भारत से अलग है। राजनीतिक और बौद्धिक स्तर पर दक्षिण को (शेष भारत से) काटने की साजिश रची जा रही है। दावा किया जा रहा है कि वे द्रविड़ हैं और उनकी भाषा भी अलग है। यह देश को कमजोर करने की रणनीति है।
अक्षत और रामलला का चित्र लेकर घर-घर संपर्क करेंगे स्वयंसेवक
होसबाले ने कहा, 22 जनवरी को श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा नवनिर्मित मंदिर में होने वाली है। देशभर के लोग इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनें, इसके लिए 1 जनवरी से 15 जनवरी तक देशभर में व्यापक जनसंपर्क अभियान के निमित्त पूजित अक्षत और श्रीरामलला का चित्र लेकर स्वयंसेवक घर-घर जनसंपर्क करेंगे।
प्रशिक्षण वर्गों में होगा बदलाव
सरकार्यवाह ने बताया कि संघ के प्रशिक्षण वर्गों में बदल किया गया है। तरुण और प्रौढ़ सहित हर आयुवर्ग के लिए पाठ्यक्रम अलग-अलग होगा। बौद्धिक और शारीरिक के अतिरिक्त समाज जीवन के विविध क्षेत्रों में प्रत्यक्ष क्षेत्र में जाकर अपना योगदान देने का प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। बैठक में अन्य विषयों पर भी चर्चा हुई। वर्तमान में देशभर में 95,528 दैनिक और साप्ताहिक शाखाएं हैं। शताब्दी वर्ष तक संघ का काम देश के 59,060 मण्डलों तक पहुंचाने का लक्ष्य है। इस वर्ष गूरु पूजन में 37 लाख से अधिक स्वयंसेवक शामिल हुए थे।