
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 24 मार्च 2021। अस्पतालों में डॉक्टरों के अलावा चिकित्सा प्रदान करने में 56 प्रकार की सहायक सेवाओं से जुड़े लोगों को वैधानिक दजार् देने वाला एक विधेयक बुधवार को लोकसभा में पेश किया गया। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने प्रश्नकाल के बाद सदन में राष्ट्रीय सहायक एवं स्वास्थ्य रक्षा पेशेवर आयोग विधेयक 2021 पेश करते हुए कहा कि देश में आजादी के बाद से अस्पतालों में काम करने वाले सहायक स्वास्थ्य कर्मियों को वैधानिक दर्जा नहीं दिया गया।
लैब टेक्नीशियन, रेडियोलॉजिस्ट, फिजियोथैरेपिस्ट, डायटीशियन, एक्सरे टैक्नीशियन, सीटी स्कैन एवं एमआरआई टैक्नीशियन आदि स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के कालखंड में इन स्वास्थ्य कर्मियों ने बहुत ही अहम भूमिका निभायी है। इसलिए वर्ष 2021 में अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य कर्मी वर्ष के मौके पर इस विधेयक को लाना बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है।
डॉ. हर्षवर्द्धन ने कहा कि इस विधेयक में राष्ट्रीय सहायक एवं स्वास्थ्य रक्षा पेशेवर आयोग बनाने का प्रस्ताव है जो एक समान नियामक प्रणाली के रूप में काम करेगा। इसके अलावा केन्द्र एवं राज्यों के स्तर सहायक कमीर् एवं स्वास्थ्य रक्षा पेशेवर सलाहकार परिषद का गठन किया जाएगा। इसके माध्यम से स्वास्थ्यकर्मियों के प्रशिक्षण एवं कौशल विकास के माध्यम से कैरियर में प्रगति तथा देश विदेश में रोजगार संभावनाओं में वृद्धि के रास्ते खुलेंगे।