
इंडिया रिपोर्टर लाइव
प्योंगयांग 30 जून 2024। उत्तर कोरिया में किम जोंग उन की तानाशाही का एक बेहद ही अजीब मामला सामने आया है। हाल ही में जारी एक आदेश में उत्तर कोरिया के लोगों को कहा गया है कि वे हर महीने कम से कम 10 किलो सूखा मानव मल जमा करेंगे और इसे सरकार को देंगे। इस आदेश को नहीं मानने वालों पर 5,000 वॉन (500 रुपये) का जुर्माना लगाया जाएगा। यह आदेश उस घटना के करीब एक महीने बाद आया है, जब किम जोंग ने सीमा पार दक्षिण कोरिया में मल से भरे गुब्बारे भेजे थे। माना जा रहा है कि तानाशाह का यह नया आदेश ऐसी ही शरारत की घटनाओं को फिर से अंजाम देने के लिए है।
कृषि के लिए खाद के तौर पर होगा मल का इस्तेमाल
इस बीच उत्तर कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी केसीएनए के मुताबिक उत्तर कोरिया के लोगों को आदेश दिया गया है कि प्रत्येक घर से 10 किलोग्राम (22 पाउंड) मानव मल एकत्र किया जाएगा, ताकि इसका इस्तेमाल खाद के तौर पर किया जा सके। आदेश के मुताबिक लोगों को यह मल सुखाकर जमा करना होगा। इसके बाद इसे नजदीकी उर्वरक केंद्र पर जमा कराना होगा, जहां से उन्हें उनके योगदान के लिए एक प्रमाणपत्र दिया जाएगा। बाद में घर-घर जाकर प्रमाण पत्र की जांच की जाएगी।
उत्तर कोरियाई लोगों के लिए यह नई बात नहीं
उत्तर कोरियाई लोग कृषि में खाद के तौर पर मानव मल का पहले से इस्तेमाल करते आए है। लेकिन, आमतौर पर यह काम सर्दियों में किया जाता है, जब फसल रोपण का समय होता है। लेकिन, हाल ही में नेता किम जोंग उन ने नई कृषि-प्रथम पहल शुरू की है, जिसके तहत अब गर्मियों में भी लोगों को अपना मल जमा करना होगा। हालांकि, ज्यादातर लोग किम के इस फैसले से नाराज हैं।