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नई दिल्ली 11 अगस्त 2024। भारत के पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे नटवर सिंह अब नहीं रहे। उनका शनिवार रात लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वे 93 साल के थे। उनके निधन की खबर से सियासी गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई है। पक्ष और विपक्ष से जुड़े तमाम नेता दुख व्यक्त कर रहे हैं। इसी क्रम में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके योगदान को याद किया और संवेदना जताई।
नटवर सिंह के निधन से दुखी हूं: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पूर्व विदेश मंत्री के साथ एक तस्वीर भी साझा की। उन्होंने लिखा, ‘नटवर सिंह के निधन से दुखी हूं। उन्होंने कूटनीति और विदेश नीति की दुनिया में समृद्ध योगदान दिया। वह अपनी बुद्धिमत्ता के साथ-साथ बेहतरीन लेखन के लिए भी जाने जाते थे। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं।’
भारत-अमेरिका परमाणु समझौते में रही अहम भूमिका: जयशंकर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, ‘प्रतिष्ठित राजनयिक और पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के निधन से गहरा दुख हुआ। उनके कई योगदानों में जुलाई 2005 के भारत-अमेरिका परमाणु समझौते में महत्वपूर्ण भूमिका शामिल है। उनके द्वारा लिखी गई किताबें, विशेष रूप से चीन पर उन्होंने जो लिखा, उसने हमारी कूटनीति में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान की। उनके परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं।’
राष्ट्रपति ने जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री के. नटवर सिंह के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। अपने लंबे करियर में, उन्होंने एक प्रतिष्ठित राजनयिक से लेकर एक उत्कृष्ट सांसद तक कई उपलब्धियां हासिल कीं। पद्म भूषण से सम्मानित सिंह लिखने के लिए जाने जाते थे। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।
कांग्रेस नेता ने दी श्रद्धांजलि
वरिष्ठ राजनेता रणदीप सुरजेवाला ने एक्स पर एक पोस्ट में सिंह को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, ‘पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के निधन का समाचार दुखद है। ईश्वर उनके परिजनों को यह क्षति सहने की शक्ति दे और दिवंगत आत्मा को सदगति प्रदान करें।’
अद्वितीय योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा: जगदीप धनखड़
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, ‘के. नटवर सिंह के निधन से बहुत दुख हुआ। उन्होंने विदेश मंत्री सहित विभिन्न पदों पर रहते हुए देश की सेवा की। वह एक विपुल लेखक और प्रतिष्ठित इतिहासकार थे, उन्होंने हमेशा जीने और योगदान देने का उत्साह दिखाया। हमारे साहित्य जगत और सार्वजनिक जीवन में नटवर सिंह जी के अद्वितीय योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।’
नटवर सिंह के उल्लेख के बिना…: मनोज झा
राजद सांसद मनोज झा ने कहा, ‘मैं उनसे एक-दो बार मिला हूं और उनकी किताबें पढ़ी हैं। उनका एक संपूर्ण व्यक्तित्व था। वह न केवल एक राजनयिक थे बल्कि उनमें गहरी समझ थी और चीजों को गहराई से देखते थे। नटवर सिंह के उल्लेख के बिना भारत का कूटनीतिक प्रक्षेपवक्र अधूरा रहेगा। मेरा मानना है कि नटवर सिंह जैसे लोगों के निधन के बाद जो खालीपन पैदा हुआ है, उसकी भरपाई नहीं की जा सकती।