इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 06 फरवरी 2021। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन (Farmers Protest) के बीच प्रदर्शनकारियों ने आज यानी शनिवार को चक्का जाम किया। प्रदर्शनकारी किसानों ने पलवल हाईवे को जाम कर दिया है. किसानों का दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर 70 दिन से ज्यादा वक्त से धरना प्रदर्शन जारी है। आंदोलनरत किसानों की दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को छोड़कर समूचे देश में राजमार्गों पर चक्का जाम करने की योजना है। ‘चक्का जाम’ के मद्देनजर दिल्ली के बॉर्डरों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है. दिल्ली में चक्का जाम नहीं होने के बावजूद करीब 50,000 जवानों की तैनाती दिल्ली-एनसीआर में की गई है।
देशभर में राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक जाम किया जाएगा। इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं जैसे एम्बुलेंस, स्कूल बस आदि को नहीं रोका जाएगा. चक्का जाम पूरी तरह से शांतिपूर्ण और अहिंसक रहेगा।
शुक्रवार को संसद में कृषि कानूनों का बचाव करते हुए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रदर्शन कर रहे किसान संघों और उनका समर्थन करने वालों में से कोई भी नये कृषि कानूनों में खामियां निकालने में सक्षम नहीं रहा है। कृषि कानूनों का विरोध करने वाले यह बताने को इच्छुक नहीं हैं कि इन ‘काले कानूनों’ में ‘काला’ क्या है, जिसमें सरकार सुधार करे।
वहीं, दूसरी ओर विपक्षी दलों ने नए सिरे से कानून बनाने की मांग की और कांग्रेस के एक सांसद ने मौजूदा कानूनों को किसानों के लिए ‘मौत का फरमान’ बताया। कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने नये कृषि कानूनों को किसानों के लिए ‘‘मौत का फरमान” बताया। उन्होंने प्रदर्शन स्थलों पर बनाए गए अवरोधकों की तुलना ‘बर्लिन की दीवार’ से की, जिसका निर्माण देश (जर्मनी) को बांटने के लिए किया गया था।
सोमवार से सदन सुचारू रूप से चलेगा : केंद्रीय मंत्री
कृषि कानूनों और किसान आंदोलन को लेकर संसद में हंगामे के बीच संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि चर्चा हमारी संसदीय व्यवस्था का केंद्र है। सरकार संसद में हर विषय पर विपक्ष के सभी प्रश्नों का उत्तर देने के लिए पूरी तरह तैयार है। विपक्ष के साथ सामंजस्य बनाकर सदन को सुचारु रूप से चलाने की हमारी कोशिशें लगातार जारी हैंय हमें पूरा विश्वास है कि सोमवार से सदन सुचारू रूप से चलेगा।
शार्ट नोटिस पर 12 मेट्रो स्टेशन को बंद करने के लिए तैयार रहे दिल्ली मेट्रो : पुलिस
किसानों के चक्का जाम (Chakka Jam) को लेकर दिल्ली पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। डीसीपी नई दिल्ली ने दिल्ली मेट्रो को लेटर लिखकर शार्ट नोटिस पर जरूरत पड़ने पर इन 12 मेट्रो स्टेशन को बंद करने के लिए तैयार रहने को कहा. दिल्ली पुलिस की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि नई दिल्ली इलाके के 12 मेट्रो स्टेशनों को कल यानी शनिवार को शार्ट नोटिस पर बंद करने को अगर बोला जाए तो इसके लिए तैयार रहें। डीसीपी ने कहा है कि कानून-व्यवस्था की परिस्थितियों को देखते हुए और क्राउड कंट्रोल करने के लिए ऐसा कहा जा सकता है।
दिल्ली पुलिस के लेटर में इन मेट्रो स्टेशनों का जिक्र
दिल्ली पुलिस ने जिन मेट्रो स्टेशनों का जिक्र किया है, उनमें- राजीव चौक, पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय, उधोग भवन, लोक कल्याण मार्ग, जनपथ, मंडी हॉउस, आरके आश्रम, सुप्रीम कोर्ट, खान मार्केट और शिवजी स्टेडियम (एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन) शामिल हैं। ये सभी मेट्रो स्टेशन नई दिल्ली इलाके में आते हैं. 26 जनवरी को जो हिंसा हुई उसके बाद चक्का जाम को लेकर दिल्ली पुलिस पहले से सतर्क है।
दिल्ली एनसीआर में करीब 50,000 जवानों की तैनाती
किसानों के चक्का जाम के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बॉर्डर समेत दिल्ली-एनसीआर में दिल्ली पुलिस के साथ पैरामिलिट्री लों को तैनाती की गई है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में दिल्ली पुलिस, पैरामिलिट्री और रिजर्व बलों के करीब 50,000 जवानों को तैनात किया गया है। साथ ही उपद्रव की सूरत में राष्ट्रीय राजधानी के कम से कम 12 मेट्रो स्टेशनों के गेट को बंद करने की तैयारी की गई है।
चक्का जाम किया है भारत बंद नहीं : किसान नेता
टिकरी बॉर्डर पर मौजूद किसान नेता और पंजाब किसान यूनियन के अध्यक्ष रुलदू सिंह मानसा ने कहा कि हमने चक्का जाम किया है, भारत बंद नहीं किया है. आज मानसा शहर के लोग रेल रोकने के लिए कह रहे थे। हमने उन्हें मना किया, लेकिन शहर के लोग नहीं मान रहे हैं.हम शांतिपूर्ण तरीके से बैठेंगे. पूरा कानून काला है. जब तक किसान नेताओं के खिलाफ दर्ज केस वापस नहीं होंगे हम सरकार से बातचीत नहीं करेंगे।
किसानों ने केजीपी-केएमपी पर लगाया जाम
कृषि कानूनों के विरोध में ‘चक्का जाम’ कर रहे किसानों ने सोनीपत में कुंडली बॉर्डर के पास केजीपी-केएमपी पर जाम लगा दिया। किसान एम्बुलेंस व जरूरी सेवाओं को नहीं रोक रहे हैं और उन्हें जाने दे रहे हैं।
तितरम मोड़ पर किसानों ने जाम किया नेशनल हाईवे
तितरम मोड़ पर हजारों की संख्या में किसानों ने एकत्रित होकर नेशनल हाइवे को जाम किया. बच्चे, महिला और पुरुष पैदल, गाड़ियों और ट्रैक्टर ट्रालियों पर सवार होकर जाम स्थल पर पहुंचे. किसानों ने कहा जब तक कृषि कानून वापिस नही होते तब तक आंदोलन जारी रहेगा। किसानों ने सरकार को चेतावनी दी है कि कितना ही लम्बा समय लगे, प्रदर्शन जारी रहेगा, अगर सरकार यह समझती है कि लंबे समय के चलते आंदोलन कमजोर होगा तो सरकार की भूल है।
ट्रैक्टर और ट्रक लगाकर बंद किया ईस्टर्न पेरिफ़ेरेल एक्सप्रेसवे
चक्का जाम के दौरान किसानों ने सोनीपत पर ईस्टर्न पेरिफेरेल एक्सप्रेस-वे बंद किया। किसानों ने अपने ट्रैक्टर और बड़े ट्रक लगाकर ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफ़ेरेल एक्सप्रेसवे बंद किया। किसान 12 से 3 बजे तक मार्ग बंद रखेंगे . किसान एंबुलेंस को जाने दे रहे हैं।