
नई दिल्ली: हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और जलाकर उसकी हत्या करने के बाद से देश गुस्से में है. इस जघन्य घटना के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. लोग दोषियों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग कर रहे हैं. संसद से लेकर सड़क तक महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं. आज दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल महिलाओं को सुरक्षा मुहैया कराने को लेकर अनशन पर हैं. इस संबंध में स्वाति मालिवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी भी लिखी है. पल-पल की अपडेट्स के लिए बने रहिए एबीपी न्यूज़ के साथ.
हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और जलाकर उसकी हत्या करने के बाद से देश गुस्से में है. इस जघन्य घटना के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. लोग दोषियों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग कर रहे हैं. आज दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल महिलाओं को सुरक्षा मुहैया कराने को लेकर अनशन पर हैं. पल-पल की अपडेट्स के लिए बने रहिए एबीपी न्यूज़ के साथ.
मथुरा से बीजेपी सांसद और अभिनेत्री हेमा मालिनी ने कहा है, ‘’सरकार को तुरंत एक्शन लेना चाहिए. दोषियों को खत्म करो. लोगों में डर होना चाहिए. बिलकुल सोच बदलनी चाहिए. लोग अध्यात्म की ओर बढ़ रहे हैं, फिर भी सोच नहीं बदल रही. ये कलयुग है.’’
राज्य सभा में बीजेपी सांसद सरोज पाण्डेय ने कहा है, ‘’घटना दुखद है. जिसकी बच्ची गई है शायद वही समझ सकता है. सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में जो कदम उठाए हैं, उन कदमों के बावजूद भी इस तरह की घटनाएं हो रही हैं तो मुझे लगता है कि लोगों के बीच में डर नहीं है. कानून का भय नहीं है. कानून का भय नहीं होने कारण यह घटनाएं हो रही है. ऐसा लगता है कि इन घटनाओं को रोकने के लिए बेहद जरूरी है कि एक टाइम लिमिट में जो कानून बने हैं, उनको इंप्लीमेंट करें.’’
राज्यसभा सांसद विप्लव ठाकुर ने कहा है, ‘’कोई भी घटना तब तक नहीं रुकेगी, जब तक एक तय वक्त में दोषियों को सजा नहीं मिलेगी. मेरा तो कहना है कि दोषियों को 6 महीने में सजा मिल जानी चाहिए. मेरा तो सुझाव यह है कि एक बार अगर सेशंस कोर्ट से दोषियों को सजा मिल जाती है तो फिर उसके बाद हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वक्त नहीं लगना चाहिए. निर्भया मामले की तरह नहीं होना चाहिए कि दोषियों की दया याचिका 7 साल तक लंबित रहे.
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने एबीपी न्यूज़ से कहा है, ‘’महिलाओं और अपनी बेटियों की सुरक्षा में हम फेल हो रहे हैं. मैं अपने कॉलेज के दिन याद करती हूं. बेटियों से आज बसों में छेड़छाड़ हो रही है. हम नाकाम साबित हो रहे हैं. निर्भया जैसी घटना और कानून में बदलाव के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हो रहा. आउट ऑफ बॉक्स समाधान सोचने होंगे. बलात्कार पीड़िता की उम्र जितनी है उतने महीनों में सज़ा सुनिश्चित हो. दो महीने की बच्ची यदि पीड़िता है तो दो महीने में दोषी को सज़ा दी जाए. इसके लिए ज़रूरी हो तो अदालतें एक्स्ट्रा वक्त में काम करें. संवेदनशीलता से कार्रवाई न करने वाले पुलिसवालों को भी सज़ा मिले. रेप के मामले में मर्सी पिटीशन का प्रावधान न हो. आज सांसद भी महसूस कर रहे हैं कि कानून अपना काम नहीं कर रहा. ऐसे में लोग कानून अपने हाथ में लेने को मजबूर होंगे.’’
स्वाति मालिवाल ने कहा, ‘’पिछले साल भी मैं अनशन पर बैठी थी, दसवें दिन कानून आया कि छोटे बच्चों के बलात्कारियों को 6 महीने के अंदर सजा दी जाएगी, लेकिन उस सिस्टम को लागू करने के लिए अभी तक कुछ हुआ ही नहीं. मैंने आज पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि बलात्कारियों को जल्द से जल्द सज़ा हो, इसके लिए सिस्टम बनाए. पुलिस की जवाबदेही तय कीजिए, फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाइए.’’
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल अनशन से पहले राजघाट पर महात्मा को श्रद्धांजलि देने पहुंची. एबीपी न्यूज़ से बातचीत में स्वाति मालिवाल ने कहा, ‘’लड़की को गैंगरेप करके जला दिया. इसी तरह से 6 साल की बच्ची जो स्कूल में पढ़ती थी, राजस्थान में उसको स्कूल से अगवा करके रेप किया. यह सिर्फ इन दोनों बेटियों की बात नहीं है, देश में ऐसा कोई दिन नहीं जाता, जब इतना जघन्य अपराध सामने नहीं आता हो.’’
महिला सुरक्षा को लेकर स्वाति मालिवाल ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है. उन्होंने ट्वीट करके कहा है, ‘’मोदी जी को पत्. मैं आमरण अनशन करूंगी जब तक वो अपने वादे पूरा न करते. देश में पुलिस के संसाधन जवाबदेही बढाई जाए और फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट बनाए जाएं. दिल्ली पुलिस को 66,000 पुलिसकर्मी तुरंत दिए जाएं और 45 फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट दिल्ली में स्थापित हों दोषी को हर हाल में और तुरंत सज़ा दो.’’