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गुवाहाटी 02 अगस्त 2021। असम और मिजोरम के बीच तनाव कम करने की एक और पहल हुई है। असम पुलिस ने मिजोरम के राज्यसभा सांसद के वनलालवेना के खिलाफ दर्ज एफआईआर को वापस लेने का फैसला किया है। आपको बता दें कि सांसद पर दोनों राज्यों के बीच 26 जुलाई को हुई हिंसक झड़प में संलिप्तता के आरोप लगे थे। इस घटना में असम पुलिस के छह जवानों की जान चली गई थी। वनलालवेना ने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान कहा था कि अगर असम के पुलिसकर्मी फिर से मिजोरम में प्रवेश करते हैं तो “सभी मारे जाएंगे”। उनके इस बयान के आधार पर मामला दर्ज किया गया था। असम पुलिस की एक टीम ने दिल्ली में उनके आवास का दौरा किया था। उन्हें बयान दर्ज कराने के लिए असम के कछार जिले के धोलाई पुलिस स्टेशन में पेश होने का निर्देश दिया था।
सीएम सरमा के निर्देश पर FIR वापस
एफआईआर वापस लेने का यह फैसला मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के निर्देश के बाद हुआ है। आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अपील पर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने सीमा विवाद को लेकर चर्चा की। मिजोरम ने भी एपआईआर से असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का नाम हटाने का फैसला किया।
सरमा ने सोमवार तड़के किए अपने ट्वीट में कहा, ”मैंने मीडिया में माननीय मुख्यमंत्री जोरमथंगा के बयानों को देखा है जिसमें उन्होंने सीमा विवाद को सौहार्दपूर्ण ढंग से निपटाने की इच्छा व्यक्त की है। असम हमेशा उत्तर पूर्व की भावना को जीवित रखना चाहता है। हम अपनी सीमाओं पर शांति सुनिश्चित करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।” उन्होंने आगे कहा, ”इस सद्भावना को आगे बढ़ाने के लिए, मैंने असम पुलिस को मिजोरम से राज्यसभा सांसद के. वनलालवेना के खिलाफ प्राथमिकी वापस लेने का निर्देश दिया है। हालांकि अन्य आरोपी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मामले को आगे बढ़ाया जाएगा।”
मिजोरम में सरमा के खिलाफ दर्ज मामले की भी नहीं होगी जांच
सीमा पर संघर्ष के बाद, मिजोरम पुलिस ने कोलासिब जिले में सरमा और असम के छह अधिकारियों के खिलाफ हत्या के प्रयास और आपराधिक साजिश से संबंधित विभिन्न आरोपों के तहत प्राथमिकी दर्ज की। रविवार को कोलासिब के पुलिस अधीक्षक वनलालफाका राल्ते ने कहा कि पुलिस सरमा के खिलाफ मामला आगे नहीं बढ़ाएगी। राल्ते ने कहा, “मामला वापस नहीं लिया गया है, लेकिन हम शांतिपूर्ण माहौल के लिए असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ मामले की जांच नहीं करने जा रहे हैं।” असम पुलिस ने कोलासिब जिले के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक सहित मिजोरम सरकार के छह अधिकारियों को हत्या, आपराधिक अतिचार आदि आरोपों के लिए समन भी जारी किया है।
असम और मिजोरम के बीच विवादित सीमा पर हिंसक प्रदर्शन को लेकर राजनीतिक गतिरोध रविवार को थम गया जब दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बातचीत के जरिए इस मुद्दे को सुलझाने पर सहमति जताई। मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने अपने राज्य के लोगों से सोशल मीडिया पर “संवेदनशील संदेश पोस्ट करने से बचने” का आग्रह किया, क्योंकि उनके असम के समकक्ष, हिमंत बिस्वा सरमा ने “पूर्वोत्तर की भावना को जीवित रखने” की बात कही थी।