
इंडिया रिपोर्टर लाइव
भोपाल 15 मार्च 2022। मध्य प्रदेश में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसे ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक बार फिर भगवान श्रीराम की याद आई है। पिछले 15 साल से सिर्फ कागजों में विकसित हो रहे राम वन गमन पथ को अब संस्कृति विभाग को सौंप दिया गया है। पहले यह प्रोजेक्ट धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग के पास था।
मध्य प्रदेश सरकार ने 2006 में तय किया था कि सीता की खोज में लंका तक की यात्रा के दौरान भगवान श्रीराम मध्य प्रदेश के जिन-जिन इलाकों से होकर गुजरे थे, उन्हें राम वन गमन पथ के तौर पर विकसित किया जाएगा। उस समय इसकी जिम्मेदारी पुरातत्व विभाग को सौंपी गई थी। प्रोजेक्ट के तहत अयोध्या से चित्रकूट और उसके बाद मध्य प्रदेश से होते हुए छत्तीसगढ़ तक की उन जगहों को विकसित करना है, जहां से भगवान श्रीराम गुजरे थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में कैबिनेट ने तय किया कि धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग से राम वन गमन पथ का दायित्व अब संस्कृति विभाग को सौंपा जाना चाहिए। राज्य सरकार के प्रवक्ता और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को कैबिनेट के फैसलों की जानकारी दी।
पशुओं के इलाज के लिए घर-घर जाएगी एंबुलेंस
प्रदेश में पशुओं के लिए पशु चिकित्सा इकाई योजना लागू की जा रही है। चलित पशु चिकित्सा इकाई में एक वाहन शामिल होगा। यह 108 एंबुलेंस के समान ही फोन लगाने पर घर आएगा। इसमें एक पशु चिकित्सक, एक सहायक और एक ड्राइवर रहेगा। इसके क्रियान्यवन के लिए तीन स्तरीय कमेटी बनाई गई है। जो राज्य स्तरीय पर प्रमुख सचिव की अध्यक्षता, जिला स्तर पर कलेक्टर और ब्लॉक स्तर पर होगी। एक ब्लॉक में एक से दो चलित वाहन होंगे।
11 प्रतिशत डीए बढ़ाने को भी मंजूरी
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों का डीए 11 प्रतिशत बढ़ाने का ऐलान किया था। कैबिनेट में उस निर्णय को भी स्वीकृति दे दी गई। प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों का डीए 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 31 प्रतिशत किया गया है। इसमें अधिकारियों और कर्मचारियों के वेतन में करीब 2 हजार से 24 हजार रुपए तक बढ़ोतरी होगी।