इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 23 दिसंबर 2022। भारत ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में अपनी अध्यक्षता समाप्त की। अध्यक्षता के आखिरी दिन भारत ने कहा कि आतंकवाद, और समुद्री सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने जरूरत है। यूएनएससी में अंतिम बैठक को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि हम आतंकवाद जैसे मानवता के दुश्मन के खिलाफ अपनी आवाज उठाने से नहीं हिचकिचाए।
यूएनएससी में सुधारों की आवश्यकता पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि हम इस तथ्य से पूरी तरह अवगत थे कि सुरक्षा परिषद में सुधार समय की आवश्यकता है। यह विश्वास हमारे कार्यकाल के बाद ही मजबूत हुआ है। भारत की यूएनएससी की गैर-स्थायी सदस्यता 31 दिसंबर को समाप्त हो रही है। संयुक्त राष्ट्र में आयरलैंड, केन्या, मैक्सिको और नॉर्वे के राजनयिकों ने भी आखिरी सत्र को संबोधित किया। रुचिरा कंबोज ने कहा कि परिषद की ओर से, मैं पांच निवर्तमान सदस्यों, भारत, आयरलैंड, केन्या, मैक्सिको और नॉर्वे के लिए परिषद की ईमानदारी से सराहना करना चाहता हूं। मैं सुरक्षा परिषद में उनकी शर्तों के दौरान उनकी कड़ी मेहनत और योगदान की सराहना करती हूं।
उन्होंने कहा कि जब नई दिल्ली ने दो साल पहले परिषद में प्रवेश किया था, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितंबर 2020 में कहा था कि भारत दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र होने की प्रतिष्ठा और अनुभव का उपयोग पूरी दुनिया के लाभ के लिए करेगा।
कम्बोज ने आगे कहा कि पिछले दो वर्षों के दौरान, हमने शांति, सुरक्षा और समृद्धि के समर्थन में बात की। हम आतंकवाद जैसे मानवता के साझा दुश्मनों के खिलाफ अपनी आवाज उठाने में संकोच नहीं करेंगे। हम इस बात के प्रति सचेत थे कि जब हमने सुरक्षा परिषद में बात की तो हम अरबों भारतीय की तरफ से बोल रहे थे।