
इंडिया रिपोर्टर लाइव
बीजिंग 05 मार्च 2023। चीन ने रविवार को वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए पांच प्रतिशत आर्थिक विकास लक्ष्य निर्धारित किया है। ये आंकड़ा अब तक के सबसे कम लक्ष्यों में से एक है। पिछले साल चीन की आर्थिक विकास दर केवल तीन प्रतिशत थी। तब चीन सरकार ने 5.5 प्रतिशत का लक्ष्य रखा था। हालांकि, कोरोना के बिगड़े हालात के चलते वह अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच गई। इसके अलावा चीनी सरकार ने एक बार फिर से अपने रक्षा बजट में बढ़ोतरी हो मंजूरी दे दी है। चीन की रबर स्टैंप संसद में आधिकारिक तौर पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग को तीसरा कार्यकाल भी सौंपा जाएगा।
चीन सरकार ने और क्या-क्या कहा?
पीपुल्स कांग्रेस ने रविवार को कहा, ‘पार्टी के केंद्रीय समिति के मजबूत नेतृत्व में हमने कोविड-19 का मुकाबला किया। आर्थिक और सामाजिक विकास को एक प्रभावी और अच्छी तरह से समन्य करके आगे बढ़ाया। बड़ी कठिनाइयों और चुनौतियों पर काबू पाने के बाद हम समग्र स्थिर आर्थिक प्रदर्शन को बनाए रखने में सफल रहे।’
तीसरा कार्यकाल मिलने से मजबूत हुए जिनपिंग
विशेषज्ञों का कहना है कि शी जिनपिंग को राष्ट्रपति पद का तीसरा कार्यकाल मिलने से चीन मजबूत हुआ है। नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के ली कुआन यू स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी के एसोसिएट प्रोफेसर अल्फ्रेड मुलुआन वू ने एएफपी को बताया कि शी को पार्टी के शीर्ष पर एक “काफी मजबूत” स्थिति प्राप्त है, जो उन्हें वास्तव में अचूक बनाता है। लंदन विश्वविद्यालय में SOAS चाइना इंस्टीट्यूट के निदेशक स्टीव त्सांग ने कहा कि शी के पास अब पिछले साल की अशांति से बने दबाव के प्रति अपनी प्रतिक्रिया दिखाने का अवसर है। उन्होंने एएफपी को बताया, ‘जिनपिंग ने तमाम विरोध प्रदर्शन और पद छोड़ने की मांगों के दबाव के बीच किया। अब उन्होंने एक झटके में खारिज करते हुए और मूल कारण को ही हटा दिया। अब वह पहले के मुकाबले काफी मजबूत हो गए हैं।’
चीन की विकास दर 2023 में 4.3 फीसदी होगीः विश्व बैंक
विश्व बैंक ने वर्ष 2023 में चीन के लिए 4.3 फीसदी की विकास दर का अनुमान जताया है। यह पिछली विकास दर से काफी कम है। चीन की मंदी ने तेल, भोजन, उपभोक्ता वस्तुओं और अन्य आयातों की मांग को कम करके उसके व्यापारिक भागीदारों को नुकसान पहुंचाया है। बढ़ती मुद्रास्फीति से लड़ने के लिए ब्याज दर में बढ़ोतरी के बाद अमेरिका और यूरोपीय चीनी वस्तुओं की मांग में कमी आई है।
पिछले साल केवल तीन फीसदी रह गई थी विकास दर
जीरो कोविड पॉलिसी और रियल एस्टेट बाजार में भारी गिरावट की वजह से चीन की अर्थव्यवस्था की रफ्तार 2022 में घटकर महज तीन फीसदी रह गई है। यह 1947 के बाद पिछले 50 वर्षों में चीन की जीडीपी की दूसरी सबसे कम वृद्धि दर है। उस समय वहां की आर्थिक विकास दर 2.3 फीसदी रही थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के मुताबिक, 2022 में चीन का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 1,21,020 अरब युआन (17,940 अरब डॉलर) रहा। जो 2021 में 1,14,370 अरब युआन थी। रिपोर्ट के अनुसार, चीन की जीडीपी वृद्धि दर 5.5 फीसदी के आधिकारिक लक्ष्य से काफी नीचे रही है। वहीं, सरकार का कहना है कि संक्रमण की मौजूदा लहर गुजर चुकी है।
इससे पहले 1974 में चीन की वृद्धि दर 2.3 फीसदी रही थी। उल्लेखनीय है कि इस साल डॉलर मूल्य में चीन की जीडीपी दर 2021 के 18,000 अरब डॉलर से घटकर 17,940 अरब डॉलर पर आ गई है। चीन की मुद्रा (आरएमबी) की तुलना में डॉलर में मजबूती की वजह से ऐसा हुआ है।