
इंडिया रिपोर्टर लाइव
गोंडा 06 जुलाई 2023। सोशल मीडिया पर आतंकी संगठनों को फॉलो करने के चलते सद्दाम शेख करीब एक साल पहले ही यूपी एटीएस के निशाने पर आ गया था। सद्दाम द्वारा आतंकी पोस्ट किए जाने पर फेसबुक से दो बार उसकी आईडी ब्लॉक की जा चुकी है। इसके बाद एटीएस ने सद्दाम के बारे में न सिर्फ पड़ताल शुरू की बल्कि गोंडा पुलिस को इनपुट भी दिए गए। स्थानीय पुलिस ने डेढ़ माह पहले करनपुर में सद्दाम के बारे में कुछ लोगों से जानकारी ली थी। हालांकि उस समय तक स्थानीय लोगों को सद्दाम की करतूत की भनक नहीं थी। बताया जा रहा है कि सद्दाम कहां काम करता है और कब-कब आता है। इसकी जानकारी उसी समय पुलिस ने जुटा ली थी मगर तब तक सद्दाम करनपुर से जा चुका था। पुलिस के मुताबिक सद्दाम अक्तूबर 2022 में करनपुर आया था और 27 दिसंबर 2022 में लौट गया था। इस बार जाते समय उसने पत्नी से झगड़ा भी किया था।
पत्नी रूबीना की मानें तो घर के खर्च को लेकर विवाद हुआ था। सद्दाम ने कहा था कि वह इससे अधिक नहीं कर सकता, चाहो तो छोड़ दो। घर पर ही रहकर कुछ काम करने पर भी झगड़ने लगा था। वह पत्नी को हर महीने सात से आठ हजार रुपये देता था, इससे घर के खर्चे पूरे नहीं होते थे, इसी वजह से विवाद हुआ था।
करतूत से आहत बीवी बोली- सद्दाम गद्दार है तो फांसी पर लटका दें
आतंकी संगठनों से प्रेरित होने और देश का माहौल खराब करने की साजिश रचने के आरोपी सद्दाम शेख के परिजन उसकी करतूत से आहत हैं। सबसे अधिक सदमा उसकी बीवी रूबीना को लगा है। वह साफ कह रही है कि- अगर सद्दाम दोषी है तो उसे फांसी की सजा दे दी जाए। बात करते-करते उसकी आंखें भर आईं। रुंधे गले से बोली- हमें यकीन ही नहीं हो रहा कि इतना बड़ा धोखा मिला है। रूबीना बोली- सद्दाम ने परिवार के साथ धोखा किया है। इतना सीधा-सादा दिखता था कि शादी के प्रस्ताव पर वह राजी हो गई थी। अब इस तरह के मामले में अगर सद्दाम की संलिप्तता है तो उसे फांसी मिलनी चाहिए। देश के साथ गद्दारी बर्दाश्त नहीं हैं।
रूबीना बोली- सद्दाम की कमाई से उसका परिवार नहीं चलता था। सरकारी गल्ले की दुकान से मुफ्त राशन मिलता है और इसी से तीन बच्चों के साथ अपना पेट पालती है। अन्य खर्चों के लिए सिलाई का काम करती है। रूबीना ने कहा- उसे केंद्र और राज्य सरकार पर विश्वास है कि उसके साथ न्याय ही होगा। दोषी होने पर ही सद्दाम पर कार्रवाई होगी।
बुरहान वानी की हत्या का बदला लेना चाहता था सद्दाम
यूपी एटीस की गिरफ्त में आए सद्दाम शेख ने ऐसे ही आतंक की ओर रुख नहीं किया। वह साल 2016 में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर आतंकी बुरहान वानी की हत्या से दुखी था। इसी के बाद उसने बदला लेने की ठानी। इसके लिए एक टीम बनाने को सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए प्रयास करना शुरू किया। एटीएस की पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि सद्दाम आतंकी संगठनों से जुड़ा है और देश विरोधी मंसूबे बनाकर कोई बड़ी घटना करने की तैयारी में था। वह चाहता था कि कोई आतंकी संगठन संपर्क करके उसे हथियारों का प्रशिक्षण दे, जिससे वह बदला ले सके। इन बिंदुओं के आधार पर ही एटीएस ने सद्दाम को गिरफ्तार कर एफआईआर दर्ज की है।
राकेश को बहराइच ले गई एटीएस
सद्दाम को गुजरात से गोंडा लाने वाले राकेश गुप्ता को एटीएस बहराइच लेकर गई है। जहां उससे पूछताछ की जा रही है। देहात कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक महेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि एटीएस के इंस्पेक्टर ने राकेश को पूछताछ के लिए बुलाया है। बताया जा रहा है कि राकेश ही सबसे पहले सद्दाम के संपर्क में आया था और वही उसे गोंडा लेकर आया था। अब राकेश से पूछताछ करके एटीएस सद्दाम की वास्तविक पहचान करने का प्रयास कर रही है।