मणिपुर गए विपक्षी प्रतिनिधिमंडल में 50 फीसदी सदस्य दागी; भाजपा ने लगाए ये गंभीर आरोप

Indiareporter Live
शेयर करे

इंडिया रिपोर्टर लाइव

नई दिल्ली 31 जुलाई 2023। मणिपुर दौरे पर गए विपक्षी गठबंधन के 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल वापस लौट आया है। वापस लौटने के बाद विपक्षी सांसदों ने राज्य के हालात को चिंताजनक बताया है। वहीं, दूसरी ओर भाजपा ने इन सांसदों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।  भाजपा अनुसूचित जनजाति (एसटी) मोर्चा ने निशाना साधते हुए कहा है कि इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल आधे से अधिक सदस्य हत्या, हत्या का प्रयास, दंगा, अवैध हथियार रखने जैसे गंभीर मामलों के आरोपी हैं।  मोर्चा ने कहा कि विपक्षी गठबंधन की यही सच्चाई है। मोर्चा ने ट्वीट किया, प्रतिनिमिधमंडल में शामिल अधीर रंजन चौधरी, सुष्मिता देव, कनिमोझी, एए रहीम, मनोज कुमार झा, पीपी मोहम्मद फैजल, एनके प्रेमचंद्रन, सुशील गुप्ता, अरविंद सावंत और टीटी तिरुमावलवन गंभीर अपराध के आरोपी हैं और यही विपक्षी गठबंधन की सच्चाई है। 

वर्तमान लोकसभा में 44 फीसदी सांसदों पर केस
वैसे हकीकत यह है कि वर्तमान लोकसभा में सभी दलों के 44 फीसदी (233) सांसद गंभीर अपराध के आरोपी हैं। इनमें कांग्रेस और भाजपा के 29-29 प्रतिशत, जदयू के 16 में से 13 सांसद दागी हैं। 

लगातार बढ़ रही है ऐसे सदस्यों की संख्या
संसद और विधानसभाओं में दागी सांसदों की संख्या लगातार और तेजी से बढ़ रही है। मसलन 2009 में चुन कर आए 543 में से 30 फीसदी तो साल 2014 में चुन कर आए इतने ही सांसदों में से 34 फीसदी दागी थे। 

 बता दें कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के 21 सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य की जमीनी स्थिति का आकलन करने के लिए मणिपुर पहुंचा था। इस प्रतिनिधिमंडल ने राज्य में हिंसा पीड़ित लोगों से मुलाकात की। वहीं, रविवार को वापस लौटने के बाद विरक्षी सांसदों ने केंद्र पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि राज्य की स्थिति चिंताजनक है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राज्य में अनिश्चितता और भय व्याप्त है और केंद्र और राज्य सरकार वहां बहुत गंभीर स्थिति से निपटने के लिए कोई मजबूत कदम नहीं उठा रही है। विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (I.N.D.I.A) ने इस बात पर जोर दिया कि मणिपुर में करीब तीन महीने से चल रहे जातीय संघर्ष को जल्द हल नहीं किया जाता है, तो इससे देश के लिए सुरक्षा समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में तीन मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और कई सौ लोग घायल हो गए हैं। पूर्वोत्तर राज्य की आबादी में मैतेई समुदाय के लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं। वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासियों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे ज्यादातर पर्वतीय जिलों में रहते हैं।

Leave a Reply

Next Post

एनडीए सांसदों के साथ आज से पीएम मोदी की बैठक, लोकसभा चुनाव के मुद्दे पर होगी चर्चा

शेयर करे इंडिया रिपोर्टर लाइव नई दिल्ली 31 जुलाई 2023। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 जुलाई से भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सांसदों से मिलेंगे। 10 अगस्त तक चलने वाली इन बैठकों में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मुद्दे पर विचार-विमर्श किया जाएगा। भाजपा नेताओं […]

You May Like

बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस ने मारी पलटी! RJD के आगे झुकी, सीटों की बड़ी डील तय....|....अनवर शेख बने राधेश्याम...इस्लाम छोड़कर अपनाया सनातन धर्म, बोले- हिन्दू धर्म की विशेषताओं ने खींचा ध्यान....|....अपनी मर्जी से शादी करने वालों को लगा जबरजस्त झटका, हाइकोर्ट ने सुना दिया बड़ा फैसला....|....लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी जाएंगे अमेरिका, ब्राउन यूनिवर्सिटी में देंगे भाषण....|....2022 के बाद पहली बार आईपीएल में सुपर ओवर से निकला नतीजा, राजस्थान को हराकर शीर्ष पर पहुंची दिल्ली....|....एक्टर-राजनेता विजय के खिलाफ फतवा जारी, आरोप- इफ्तार पार्टी में शराबी-जुआरियों को बुलाया....|....अभिषेक नायर और दिलीप कोचिंग टीम से हटाए गए, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में हार के बाद बीसीसीआई का बड़ा फैसला....|....मुर्शिदाबाद हिंसा की जांच करेगी एसआईटी; नौ सदस्यीय टीम गठित....|....राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में रोड़ा बन रहे ये राज्य; पीएम मोदी ने खुद संभाला मोर्चा…की मैराथन बैठक....|....दुनिया के हालात बदलेंगे यूपी के डिफेंस सेक्टर की तस्वीर, 25 हजार करोड़ के रक्षा उत्पादों का होगा निर्यात