
इंडिया रिपोर्टर लाइव
वाराणसी 08 सितम्बर 2023। ज्ञानवापी में शुक्रवार को 35वें दिन ASI सर्वे का अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने विरोध किया। कोर्ट के आदेश आने तक सर्वे को रोकने की जिद पर अड़े कमेटी के सदस्यों ने ASI टीम को परिसर में अंदर नहीं जाने दिया। इससे लगातार दूसरे दिन विरोध के बीच सर्वे की कार्रवाई नहीं हुई। टीम के अधिकारी प्रोटोकॉल कार्यालय में कोर्ट के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। वहीं, गुरुवार को भी सर्वे शुरू होने के बाद मुस्लिम पक्ष ने विरोध जताया था, जिसके चलते सर्वे रोका गया था।
“कोर्ट के फैसले के बाद ही टीम को अंदर जाने देंगे”
कमेटी का कहना है कि कोर्ट के आदेश आने के बाद ही सर्वे की कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा। अधिकारियों ने ASI की टीम और मसाजिद कमेटी के पदाधिकारियों से बात की, लेकिन सहमति नहीं बन सकी थी।
मसाजिद कमेटी का कहना है कि जिला जज की अदालत ने सर्वे और उसकी रिपोर्ट जमा करने के लिए 2 सितंबर तक की इजाजत दी थी। सर्वे रिपोर्ट नहीं जमा की गई और जिला जज की अदालत ने 8 सप्ताह का समय और मांगा गया। आज सुनवाई के बाद ही फैसले के आधार पर आगे की कार्रवाई के लिए टीम को प्रवेश करने देंगे। ASI की 30 सदस्यीय टीम ज्ञानवापी परिसर में ही मौजूद है।
7 सितंबर को भी किया था विरोध
ज्ञानवापी परिसर में सर्वे पर अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी तीन सितंबर से लगातार अपना विरोध दर्ज करा रही है। ASI की टीम से चार तारीख पर सुनवाई के बाद मुस्लिम पक्ष ने सर्वे नहीं करने की अपील की थी, लेकिन सर्वे जारी रहा। 7 सितंबर गुरुवार को मसाजिद कमेटी के विरोध के बीच ASI की 30 सदस्यीय टीम ज्ञानवापी परिसर में सर्वे नहीं कर सकी।
आज कोर्ट करेगा समय बढ़ाने की याचिका पर सुनवाई
जिलाधिकारी एस राजलिंगम और अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) ने एस चनप्पा मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने समझाने का प्रयास किया लेकिन दोनों पक्षों की सहमति नहीं बनी। अभी कुछ देर में कोर्ट समय बढ़ाने की याचिका पर सुनवाई करेंगे। जिसके बाद आगे की स्थिति स्पष्ट होगी।
4 अगस्त से चल रहा सर्वे
इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर 4 अगस्त से लगातार ज्ञानवापी परिसर में ASI का साइंटिफिक सर्वे का काम चल रहा है। बेंगलुरु से आई टीम ने (GPR ग्राउंड पेनेट्रेटिंग राडार) सर्वे भी किया है। इस बीच परिसर में कई जगहों का चिह्नांकन किया गया है। अब तक ASI को सर्वे के दौरान कई अहम सुराग मिले हैं, जिसे हिंदू पक्ष अपने दावे की हकीकत बताता रहा है।
अब तक सर्वे में हुए इतने काम
ज्ञानवापी में 27 दिन के सर्वे में ASI टीम के 40 सदस्य शामिल रहे। दीवारों और गुंबद में मिली कलाकृतियों और कारीगरी का आंकलन हुआ। टीम ने ज्ञानवापी परिसर में वजूस्थल को छोड़कर पूरे परिसर का सर्वे किया। मस्जिद परिसर की पूरी पैमाइश के बाद केवल GPR सर्वे हुआ।
सदस्यों ने यूनिट के अनुसार, बाहरी दीवार, पश्चिमी दीवार, व्यासजी तहखाना समेत अन्य तहखाने, गुंबद और छतों का गहन अध्ययन किया। इन जगहों से सैंपल जुटाकर लैब में भेजे और प्राचीनता के लिए पुरातन दस्तावेजों से साक्ष्यों का मिलान किया गया है।