इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 26 नवंबर 2023। भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था साल 2040 तक करीब 40 अरब डॉलर की हो जाएगी। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने यह दावा किया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ विदेशी एजेंसियों ने तो भारत की स्पेस इकॉनोमी के 2040 तक 100 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान जताया है। उन्होंने कहा कि स्पेस इकॉनोमी बढ़ने के बाद वैज्ञानिकों को भी काम का बढ़िया माहौल मिलेगा।
ऐसे बढ़ेगी इसरो की कमाई
इसरो के रॉकेट लॉन्च की 60वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अभी हमारी स्पेस इकॉनोमी बहुत प्रभावी नहीं है और यह सिर्फ 80 लाख डॉलर पर टिकी है। लेकिन जल्द ही बड़ा बदलाव आने वाला है और विदेशी सैटेलाइट्स को लॉन्च करने से ही हमें करीब ढाई करोड़ यूरो और अमेरिकी सैटेलाइट्स लॉन्च करके 1.7-1.8 करोड़ डॉलर की कमाई हो सकती है। जितेंद्र सिंह ने कहा कि 70 प्रतिशत से अधिक हमारे अंतरिक्ष के संसाधन गैर सरकारी क्षेत्र से आते हैं। उन्होंने माना कि भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र के पास अभी संसाधनों की कमी है लेकिन जल्द ही ये कमी दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि चांद पर इंसान भले ही अन्य देशों ने पहुंचाया लेकिन चांद पर पानी का पता हमने लगाया।
नासा और इसरो में बढ़ेगा सहयोग
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के प्रशासक बिल नेल्सन जल्द ही भारत का दौरा करेंगे। साथ ही वह यूएई का भी दौरा करेंगे। बिल नेल्सन का भारत दौरा सोमवार से शुरू होगा। नेल्सन, भारत में इसरो अधिकारियों से मुलाकात करेंगे, जिसमें इनोवेशन और रिसर्च संबंधी द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने पर बातचीत होगी। बता दें कि भारत और अमेरिका क्रिटिकल और इमर्जिंग तकनीक के क्षेत्र में सहयोग बढ़ा रहे हैं और इसरो और नासा का सहयोग भी इसी के तहत बढ़ रहा है।