
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 02 दिसंबर 2023। खालिस्तान समर्थक आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश मामले में कनाडा की तरह भारत-अमेरिका के रिश्ते पर बड़ा संकट खड़ा नहीं होगा। दरअसल, जिस तरह एक अन्य खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में कनाडा का रुख आक्रामक था, अमेरिका ने पन्नू की हत्या की साजिश के मामले में वैसा आक्रामक रुख नहीं अपनाया। हालांकि, भारत इस साजिश में अपने अधिकारी और नागरिक का नाम आने को चिंताजनक जरूर मान रहा है। सरकारी सूत्र ने कहा कि दोनों मामलों को साथ जोड़कर देखना सही नहीं होगा। पन्नू की हत्या की साजिश का खुलासा जुलाई में ही हो गया था। बावजूद इसके अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन जी-20 शिखर सम्मेलन में शिरकत करने भारत आए। मोदी के साथ अहम द्विपक्षीय वार्ता की, जिसमें कई अहम निर्णय लिए गए। इसके बाद दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्रियों के बीच बेहद अहम पांचवीं टू प्लस टू वार्ता हुई। इस वार्ता में भी कई अहम समझौते हुए।
अमेरिका की मुख्य चिंता चीन
वर्तमान में अमेरिका की मुख्य चिंता चीन है। चीन को संतुलित रखने के लिए अमेरिका के पास भारत से बेहतर कोई विकल्प नहीं है। भारत क्वाड का भी हिस्सा है और चीन के कॉरिडोर के जवाब में बने भारत-मध्यपूर्व यूरोप गलियारा योजना भी भारत के बिना पूरी नहीं की जा सकती। निज्जर मामले में कनाडा के आरोप की तुलना अमेरिका से नहीं की जा सकती है। कनाडा ने आरोप सार्वजनिक किए जबकि अमेरिका ने अब तक पन्नू से जुड़ा केस सार्वजनिक नहीं किया है।
भारत हमारा रणनीतिक साझेदार
व्हाइट हाउस के जॉन किर्बी ने कहा कि यह मामला दोनों देशों के रिश्तों पर असर नहीं डालेगा। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि वह इस संबंध में जारी जांच के बारे में कुछ नहीं कहेंगे, लेकिन कहा कि भारत हमारा रणनीतिक साझेदार है व हम इसे मजबूत करने का काम करना जारी रखेंगे।
भारत में जांच का एलान उचित फैसला: अमेरिका
अमेरिकी धरती पर सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश रचने में एक भारतीय अधिकारी के शामिल होने के आरोपों पर भारत की ओर से जांच कराने के एलान को अमेरिका ने ‘अच्छा व उचित’करार दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा, वह जांच के निष्कर्षों को लेकर आशान्वित हैं। व्हाइट हाउस ने भारत की घोषणा का स्वागत किया।