
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 10 दिसंबर 2023। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने समाज को विभाजित करने वाली विचारधाराओं से आगाह किया। उन्होंने कहा कि ऐसी विचारधाराओं को सिरे से खारिज कर दिया जाना चाहिए। राजनाथ सिंह शनिवार को कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व उत्कृष्टता पुरस्कार समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने देश की बढ़ोत्तरी के लिए स्वैच्छिक योगदान पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की। सिंह ने स्वेच्छिक योगदान और कानूनी देनदारियों के बीच अंतर समझाया। उन्होंने कहा कि देश के कल्याण के लिए स्वेच्छा से दिए गए पांच रुपये भी कर के 100 रुपये से कहीं अधिक गहरा जुड़ाव रखता है। रक्षा मंत्री ने कहा कि आम आदमी हो या सरकार सबका मूल उद्देश्य तो एक बेहतर राष्ट्र की स्थापना करना ही होना चाहिए।
फिक्की की 96वीं आम सभा को भी संबोधित किया
रक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि भारत दुनिया के विकास का इंजन बन गया है और दूसरे देशों पर सकारात्मक प्रभाव डालने में सक्षम बन गया है। फेडरेशन ऑफ इंडियान चेंबर्स ऑफ कॉमर्स इंडस्टी (फिक्की) की 96वीं आम सभा को शनिवार को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में अब अन्य देशों के विकास पर सकारात्मक प्रभाव डालने की स्थिति में पहुंच गया है। भारत ने दुनिया को दिखाया है कि विकास और वितरणात्मक न्याय के बीच कोई असंगत समझौता नहीं है। यानी, सभी नागरिकों को उचित अवसर प्रदान देते हुए विकास दर में तेजी लाना और दोनों को एक साथ हासिल करना संभव है। राजनाथ ने कहा कि सरकार एक विकास इंजन के रूप में भारत की स्थिति को और मजबूत करने के लिए सभी प्रयास कर रही है, लेकिन सरकार यह काम अकेले नहीं कर सकती। इसके लिए हमें इस देश के कारोबारियों और विचारकों के समर्थन की जरूरत है।
निचले स्तर पर निवेश कर रही सरकार
बुनियादी ढांचे के विकास, खासकर कनेक्टिविटी के विस्तार पर सरकार के फोकस का भी जिक्र करते हुए राजनाथ ने कहा, जिस तरह से देश के दूर-दराज के इलाकों में बुनियादी ढांचे का विकास किया है, पीएम गति शक्ति योजना के तहत कनेक्टिविटी का नेटवर्क बिछाया है, यह विकास के ध्रुव से आगे बढ़ते हुए, विकास का पूरा जाल बन गया है। उन्होंने कहा कि सरकार निचले स्तर पर निवेश कर रही है। देश के किसान, आदिवासी, रेहड़ी-पटरी वाले, विश्वकर्मा बंधुओं के लिए योजनाएं लागू कर रही है, ताकि निचले स्तर पर विकास हो सके।