
इंडिया रिपोर्टर लाइव
इंफाल 08 जून 2024। लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद गुरुवार की देर शाम संदिग्ध कुकी उग्रवादियों के एक मैतेई बुजुर्ग की अपहरण के बाद हत्या के विरोध में भड़की हिंसा और आगजनी के चलते जिरिबाम जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है। मैतेई लोग अपने घर छोड़ स्कूल में शरण लेने को मजबूर हुए हैं। एनआईए ने कहा है कि मणिपुर हिंसा का प्रमुख सूत्रधार थोंग्मिन्थांग हाओकिप उर्फ थांग्बोई हाओकिप उर्फ रोजर (केएनएफ-एमसी) 6 जून को इंफाल एयरपोर्ट से पकड़ा गया है। एनआईए ने उसके खिलाफ पिछले साल 18 जुलाई को भारतीय दंड विधान और यूए (पी) के तहत केस दर्ज कर रखा था।
कुकी और जोमी उग्रवादी संगठनों ने म्यांमार और पूर्वोत्तर भारत में सक्रिय अन्य आतंकी संगठनों के साथ सांठगांठ कर क्षेत्र की वर्तमान अशांति का लाभ उठाने और भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की नीयत से यह साजिश की थी। इस दौरान राज्य में विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा बलों पर हुए हमलों में हाओकिप की खास भूमिका रही वह म्यांमार के आतंकी संगठन कुकी नेशनल फ्रंट (केएनएफ) बी के संपर्क में रहा है। दूसरी तरफ, मणिपुर में 13 महीने से जारी हिंसा के कथित मास्टरमाइंड का खुलासा एनआईए ने किया है।
कुकी बोले- मैतेई ने पहले शुरू किए हमले
मोंग्बंग खुल इलाके के मैतेई लोगों ने भयभीत होकर अपने घर छोड़ पलायन कर दिया है। वे सब जिरिबाम के चिंग्डोंग लेइकाई में एलपी स्कूल में शरण लिए हैं। जिला मजिस्ट्रेट ने हिंसा और आगजनी फैलने से बचाने के लिए धारा-144 लगाई और फिर कर्फ्यू लगा दिया। कुकी-जो समुदाय का कहना है कि जिरिबाम की कुकी आबादी में मेइतेई संगठन की तरफ से हमले शुरू किए गए हैं।