इंडिया रिपोर्टर लाइव
जिरीबाम 19 नवंबर 2024। मणिपुर के जिरीबाम में सात दिनों के भीतर तीन महिलाओं और तीन बच्चों का शव मिलने के बाद भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के विधायकों की एक बैठक में कूकी उग्रवादियों के खिलाफ सामूहिक अभियान चलाने का प्रस्ताव अपनाया गया। यह बैठक सोमवार की रात को हुई, जिसमें 25 विधायक शामिल हुए। बैठक में मामले को तुरंत केंद्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपने का निर्णय लिया गया। इस बैठक को लेकर एक बयान भी जारी किया गया है।
कूकी उग्रवादियों के खिलाफ अभियान
बयान में बताया गया, “सात दिनों के भीतर तीन महिलाओं और तीन मासूम बच्चों की हत्या के लिए जिम्मेदार कूकी उग्रवादियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया जाएगा।” बयान में कूकी उग्रवादियों को गैर संगठन घोषित करने की बात कही गई। यह भी बताया गया कि केंद्र 14 नवंबर के आदेश के अनुसार तत्काल प्रभाव से अफ्स्पा लगाने की समीक्षा करेगा। अगर इन आदेशों को निर्धारित अवधि के भीतर लागू नहीं किया जाता है तो सभी एनडीए विधायक मणिपुर के लोगों के साथ परामर्श करके आगे की कार्रवाई तय करेंगे। मणिपुर में शांति सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार हर संभव कोशिश कर रही है। विधायकों में मणिपुर के मंत्रियों और विधायकों के आवासों पर हुए हमले की भी निंदा की। उच्चाधिकार प्राप्त समिति के निष्कर्षों के आधार पर उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में अनुपस्थित विधायकों को मिला नोटिस
बता दें कि इस बैठक में सात विधायक चिकित्सा संबंधी और अनऔपचारिक जानकारी का हवाला देते हुए अनुपस्थित रहे। 11 विधायकों के खिलाफ बिना कारण बताए बैठक में अनुपस्थित रहने के लिए नोटिस जारी किया गया है। पिछले साल मई से इंफाल घाटी के मैतेई और आसपास की पहाड़ियों पर स्थित कुकी-जो समूहों के बीच जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।