
इंडिया रिपोर्टर लाइव
जम्मू कश्मीर 02 दिसंबर 2024। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बॉर्डर पर बीएसएफ के दो हजार कर्मियों वाली दो नई बटालियन की तैनाती कर दी है। इससे पाकिस्तान की सीमा से घुसपैठ को बेहतर तरीके से रोका जा सकेगा और क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाई जाएगी। यह तैनाती अंतरराष्ट्रीय सीमा की जीरो लाइन से ठीक पीछे रक्षा की दूसरी पंक्ति के रूप में गहराई वाले क्षेत्रों में की गई है। दोनों बटालियन को हाल ही में ओडिशा के नक्सल विरोधी अभियान से वापस बुलाया गया था। सूत्रों के अनुसार, यह कार्य सर्दियों की शुरुआत से पहले पूरा किया जाना था, क्योंकि इस मौसम में पाकिस्तान से घुसपैठ के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सीमा को सुरक्षित करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
नई इकाइयों के कर्मियों को सांबा, जम्मू और कठुआ क्षेत्र के आसपास कुछ अन्य संवेदनशील जगहों पर तैनात किया गया है। सीसीटीवी कैमरों की सहायता से कई तैनाती बिंदु भी बनाए गए हैं। जम्मू क्षेत्र में बॉर्डर का 485 किलोमीटर हिस्सा है, जो घने जंगलों और पहाड़ी इलाकों से घिरा हुआ है। जम्मू अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में करीब 12 बीएसएफ बटालियन तैनात हैं।
रसद का इंतजाम किया जा रहा
इन दोनों बटालियन के लिए रसद व्यवस्था की जा रही है। अस्थायी और स्थायी ठिकानों व गश्ती पड़ावों को तैयार किया जा रहा है। इनको जुलाई-अगस्त में ओडिशा के कोरापुट और मलकानगिरी जिलों से वापस बुला लिया गया था, जहां उन्हें नक्सल विरोधी अभियान चलाने के लिए तैनात किया गया था। इस साल राजोरी, पुंछ, रियासी, उधमपुर, कठुआ और डोडा जिलों में हुए हमलों के बाद जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इन हमलों में 18 सुरक्षा कर्मी बलिदान और ग्राम रक्षा गार्ड (वीडीजी) के सदस्यों सहित 40 से अधिक लोग मारे गए हैं। 2024 के दौरान इन क्षेत्रों में सुरक्षाबलों ने कई आतंकियों को मार गिराया है।