इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 12 जुलाई 2021। उत्तर भारत में मानसून ने दस्तक दे दी है और कई राज्यों में जोरदार बारिश हो रही है। वहीं उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्यप्रदेश में बारिश कहर बनकर टूट रही है। उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बिजली गिरने से 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आकाशीय बिजली गिरने से मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। पीएमओ की ओर से जारी ट्वीट में लिखा है कि राजस्थान के कुछ इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। इससे अत्यंत दुख हुआ है। मैं मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।
यूपी में बिजली गिरने से 44 लोगों की मौत
वहीं, तेज बारिश के दौरान प्रदेश में रविवार को बिजली गिरने से 44 लोगों की मौत हो गई, जबकि 47 झुलस गए। मृतकों में प्रयागराज में 14, कानपुर देहात व फतेहपुर में पांच-पांच, कौशांबी में चार, फिरोजाबाद व फतेहपुर में तीन-तीन, उन्नाव, सोनभद्र व हमीरपुर में दो-दो, प्रतापगढ़, कानपुर नगर, मिर्जापुर व हरदोई में एक-एक लोग शामिल हैं। इसके साथ ही 200 से अधिक मवेशियों की भी जान गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने व डूबने से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को नियमानुसार अनुमन्य राहत राशि तत्काल वितरित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही घायल लोगों का समुचित उपचार कराने के भी निर्देश दिए हैं।
राजस्थान में अकाशीय बिजली गिरने से 20 की मौत
राजस्थान के कई हिस्सों में बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में सात बच्चों सहित 20 लोगों की मौत हो गई जबकि 21 लोग घायल हो गए। बताया गया कि इनमें अकेले जयपुर में आमेर किले के वाच टावर पर बिजली गिरने से 12 लोगों की मौत हुई है। जबकि कोटा जिले में चार बच्चे और धौलपुर जिले में तीन बच्चों की मौत हुई है। सूत्रों के अनुसार रविवार को आमेर किले के वाच टावर पर लोग मौसम का लुत्फ उठाने के लिए एकत्र हुए थे। तभी शाम को जबरदस्त बिजली गिरने से लोगों की मौत हो गई। इस घटना में 17 लोग घायल भी हुए हैं। बचाव कार्य में जुटी पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने उन्हें सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया है। राजस्थान सरकार ने जिला प्रशासन को पीड़ितों की मदद का निर्देश दिया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
मध्यप्रदेश में भी सात की मौत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मध्यप्रदेश के अलग-अलग जिलों में भी आकाशीय बिजली गिरने से सात लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि शिवपुर जिले में दो और ग्वालियर में दो लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा शिवपुरी, अनुपुर, और बेतुल जिलों में भी एक-एक की मौत दर्ज की गई है।
पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में चल सकती हैं तूफानी हवाएं
आईएमडी ने पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में बिजली कड़कने के साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा गति वाली तूफानी हवाएं चलने के भी आसार जताए हैं। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और लद्दाख में भी बिजली गिरने की संभावना जताई गई है। गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में 65 किलोमीटर प्रति घंटा तक की गति वाला चक्रवात आने की चेतावनी दी गई है।
इनके अलावा कोंकण क्षेत्र, गोवा, गुजरात क्षेत्र, मध्य प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, तेलंगाना, तटीय व दक्षिणी कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी बेहद भारी बारिश होने के संकेत हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, पूर्वी राजस्थान, बिहार, पश्चिमी बंगाल का हिमालयी क्षेत्र, सिक्किम, ओडिशा, अंडमान व निकोबार द्वीप समूह, सौराष्ट्र, कच्छ, मराठवाड़ा, रायलसीमा, उत्तरी कर्नाटक और लक्षद्वीप इलाकों में भी भारी बारिश हो सकती है।