
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 20 दिसंबर 2022। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीन से बढ़ते कारोबार को लेकर आलोचनाओं का जवाब दिया। केंद्रीय मंत्री ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से चीन से आयात रोकने की मांग पर कहा कि 1991 में अर्थव्यवस्था को खोले जाने के बाद से पिछली सरकारों ने देश में एमएसएमई सेक्टर पर ध्यान नहीं दिया और उत्पादन क्षेत्र को उपेक्षित रखा इसलिए चीन से आयात की जरूरत पड़ रही है। उन्होंने एक मीडिया समूह के कार्यक्रम में सोमवार को कहा कि हाल के वर्षों में हमने ऐसा करना शुरू किया और हम 30 सालों का काम पांच या दस साल में नहीं पूरा कर सकते।
विदेश मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पाकिस्तान को लेकर भारत ने कभी ज्यादा बड़ी उम्मीदें नहीं लगाईं। उन्होंने पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के पीएम मोदी पर आपत्तिजनक बयान के बारे में पूछे गए सवाल पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि मेरा ख्याल है कि मेरे मंत्रालय ने इस बारे में स्पष्ट रूप से इस बारे में प्रतिक्रिया दी थी। हमें जो कहना था कह चुके।
भारत-जापान संबंधों का सकारात्मक इतिहास
जयशंकर ने भारत-जापान संबंधों की चर्चा की। उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों के बारे में 12 बिंदुओं पर बात की और कहा कि दोनों देशों का एक सकारात्मक इतिहास है। उन्होंने कहा, जापान को भारत में आधुनिकता और परंपरा के सामंजस्य के मॉडल के रूप में देखा जाता है। जापान परिवर्तन का उत्प्रेरक रहा है। इस क्रम में उन्होंने मारुति, मेट्रो नेटवर्क का जिक्र किया। उन्होंने कहा, बुलेट ट्रेन के व्यापक परिणाम होंगे।