इंडिया रिपोर्टर लाइव
वांशिगटन 17 अप्रैल 2023। हाल के समय में उत्तर कोरिया ने उकसावे के तहत कई मिसाइल परीक्षण किए हैं, जिनमें परमाणु हथियार भी शामिल हैं। ऐसे में उत्तर कोरिया को जवाब देने के लिए अब दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान अंतरराष्ट्रीय जल सीमा में मिसाइल डिफेंस युद्धाभ्यास कर रहे हैं। इस युद्धाभ्यास में मिसाइल के हमले से बचने पर फोकस किया जा रहा है।
संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया ने हाल ही में एक संयुक्त बयान जारी कर कहा था कि उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल हमले के खतरे को रोकने और जवाब देने के लिए मिसाइल रक्षा और पनडुब्बी रोधी अभ्यासों को नियमित करने पर विचार किया जा रहा है। अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी में अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के प्रतिनिधियों के बीच 13वीं रक्षा त्रिपक्षीय वार्ता शुक्रवार को हुई, जिसमें कोरियाई प्रायद्वीप और व्यापक क्षेत्र में सुरक्षा वातावरण की समीक्षा और सूचनाओं के आदान-प्रदान के साथ ही त्रिपक्षीय सुरक्षा सहयोग को ठोस करने के तरीकों पर भी चर्चा की गई।
उत्तर कोरिया कर रहा उकसावे की कार्रवाई
बता दें कि हाल ही में उत्तर कोरिया ने अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था। यह बैलिस्टिक मिसाइल कोरियाई प्रायद्वीप और जापान के बीच जाकर गिरी। यह मिसाइल परीक्षण इतना शक्तिशाली था कि जापान ने अपने एक द्वीप के निवासियों को एहतियातन सुरक्षित जगहों पर जाने के निर्देश दे दिए थे। हालांकि बाद में इन निर्देशों को वापस ले लिया गया था। उत्तर कोरिया लगातार मिसाइल परीक्षण कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन ने साल 2022 की शुरुआत से लेकर अब तक करीब 100 मिसाइल परीक्षण किए हैं, जिनमें से कई मिसाइलें परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं।
उत्तर कोरिया की इस उकसावे वाली कार्रवाई से जापान और दक्षिण कोरिया बेहद नाराज हैं। उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के खिलाफ तो जापान राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की योजना पर विचार कर रहा है। बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका संयुक्त युद्धाभ्यास कर रहे हैं बल्कि पहले भी समय-समय पर तीनों देश युद्धाभ्यास कर अपनी सुरक्षा तैयारियों को पुख्ता करते रहते हैं।