इंडिया रिपोर्टर लाइव
वाशिंगटन 19 फरवरी 2022। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें यकीन है और उनके पास यह मानने की वजह है कि रूसी बल आने वाले हफ्ते में राजधानी कीव समेत यूक्रेन पर हमला करेंगे. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अगर रूस हमला करता है तो वह ‘‘विध्वंसकारी और अनावश्यक युद्ध” का जिम्मेदार होगा. बाइडेन ने रूस और अमेरिका में बढ़ते तनाव के बीच यह टिप्पणियां की है. अमेरिका ने आशंका जताई है कि रूस की यूक्रेन पर हमला करने की योजना है. रूस ने बार-बार इससे इनकार किया है। व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में बाइडेन ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका हर उस वजह को खत्म करने की हरसंभव कोशिश कर रहा है जिसे रूस यूक्रेन पर हमला करने की आड़ बना सकता है तथा वह उसे आगे बढ़ने से रोकने की भी कोशिश कर रहा है। बाइडेन ने कहा, ‘‘देखिए, हमे यकीन है कि रूसी बल आने वाले सप्ताह या आने वाले दिनों में यूक्रेन पर हमला करने की योजना बना रहे हैं. हमें यकीन है कि वे यूक्रेन की राजधानी कीव को निशाना बनाएंगे जहां, 28 लाख निर्दोष लोग रहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘कोई गलती न करें. अगर रूस अपनी योजना को आगे बढ़ाता है तो वह विध्वंसकारी और अनावश्यक युद्ध का जिम्मेदार होगा. अमेरिका और हमारे सहयोगी देश नाटो क्षेत्र की एक-एक इंच जमीन की रक्षा करने के लिए तैयार हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें यकीन है कि रूस यूक्रेन पर हमला करने जा रहा है. उन्होंने यूक्रेन में सैनिकों को भेजने की संभावना से इनकार किया लेकिन कहा कि अमेरिका, यूक्रेन के लोगों का सहयोग जारी रखेगा। यह पूछने पर कि क्या उन्हें लगता है कि आक्रमण की स्थिति में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेन्स्की का यूक्रेन छोड़ना बुद्धिमानी वाला कदम होगा, इस पर बाइडन ने कहा, ‘‘इसका फैसला उन्हें करना है. मैंने जेलेन्स्की से कई दफा बात की है।
‘हम रूस को उसके कदमों के लिए जवाबदेह ठहराएंगे. पश्चिम देश एकजुट और दृढ़ संकल्पित हैं. अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो हम उस पर गंभीर प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार हैं, लेकिन मैं फिर कहता हूं कि रूस अब भी कूटनीति का रास्ता चुन सकता है. तनाव कम करने में अभी देर नहीं हुई है। बाइडेन ने कहा कि अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रूसी विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोव 24 फरवरी को मुलाकात करने पर राजी हुए हैं. उन्होंने कहा कि अगर रूस उस तारीख से पहले सैन्य कार्रवाई करता है तो यह स्पष्ट है कि उन्होंने कूटनीति के लिए दरवाजा बंद कर दिया है.
उन्होंने कहा, ‘‘वे युद्ध को चुनेंगे और उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.” क्रेमलिन ने सैन्य ताकत को बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर परमाणु अभ्यास करने की शुक्रवार को घोषणा की थी।