कोरोना वायरस के कारण देशभर में लॉकडाउन है। ऐसे में जो जहां है, वहीं फंसा हुआ है। ऐक्टर संजय दत्त ने लॉकडाउन की तुलना अपनी जेल लाइफ से की है। उस समय भी उनके पास अपना कहने को कोई नहीं था। और इस समय लॉकडाउन में भी संजय घर पर अकेले ही हैं क्योंकि उनकी पत्नी मान्यता दत्त बच्चों के साथ दुबई में फंसी हुई हैं।
बता दें कि 1993 बम धमाके के मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद संजय दत्त को जिंदगी के 5 साल जेल में गुजारने पड़े। जेल के दिन जिस तरह संजय के लिए काटने कठिन थे। अब कोरोना के कारण लॉकडाउन में अकेले घर में भी दिन काटना उतना ही मुश्किल हो रहा है। शायद यही वजह है कि संजय ने इसकी तुलना जेल लाइफ से की है।
‘यह अच्छा समय था अगर परिवार भी साथ होता’
एक दैनिक समाचार से बातचीत में संजय ने कहा, ‘लॉकडाउन एक ऐक्टर के लिए तो बेहतर समय था। इस समय मैं खुद को ऐक्टिंग से दूर रखकर परिवार के साथ समय गुजारता। कुछ रिफ्रेश होता। पर जैसे ही लॉकडाउन का ऐलान हुआ, मान्यता और बच्चे दुबई में फंस गए।
‘जेल से बस एक बात है बेहतर’
जेल से इसकी तुलना करते हुए संजय ने कहा, पूर्व में मैंने कई वर्ष लॉकडाउन में ही गुजारे हैं। पर, तब से अब तक में एक चीज बदली है। और वह है यह तकनीक जिसके जरिए मैं वर्चुअली अपने परिवार से लगभग रोजाना यहां रहते हुए भी मिल पाता हूं। जेल में यह सुविधा कहां होती।