इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 23 नवंबर 2023। चुनावी राज्य राजस्थान में प्रचार के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस शासित सरकार पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि राज्य ने अपने पिछले पांच वर्षों के शासन के दौरान ऐसी कोई सरकार नहीं देखी है जिसने महिलाओं के खिलाफ वर्तमान सरकार की तुलना में अधिक अत्याचार किया है। रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “ऐसे कई लोग हैं जो भाजपा की ताकत से अनजान हैं। उन्हें लगता है कि अगर वे मोदी को गाली देंगे तो उनका काम हो जाएगा, लेकिन वे नहीं जानते कि भाजपा हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं के खून और पसीने से बनी है।” पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस का पंजा सिर्फ लूटना जानता है।
‘कांग्रेस का पंजा लूटना जानता है’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लिया। पीएम ने कहा कि, ‘कांग्रेस ने राजस्थान को दंगों, अपराध, भ्रष्टाचार और पेपर लीक में नंबर एक स्थान पर पहुंचाया, हम राजस्थान को पर्यटन, निवेश, उद्योगों में नंबर एक स्थान पर पहुंचाएंगे। पांच साल पहले, जब कांग्रेस सत्ता में आई, तो उन्होंने हमारी सभी योजनाएं बंद कर दीं। 3 दिसंबर को, जब भाजपा सत्ता में आएगी, हम उन योजनाओं को आगे बढ़ाएंगे जिससे राज्य के लोगों को फायदा होगा। पीएम मोदी ने कहा कि, जल हो, नभ हो, थल हो… कांग्रेस का पंजा एक ही काम करता है…, लूटो। गुर्जरों का जितना अपमान कांग्रेस ने किया है, यह राजस्थान की पिछली पीढ़ी ने भी देखा और आज की पीढ़ी भी देख रही है।
महिलाएं बर्दाश्त करने के लिए तैयार नहीं
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा, “जिस तरह से हमारी बेटियों, बहनों और माताओं ने भाजपा का झंडा उठाया है, वह सराहना के लायक है। मैंने इसे पूरे राज्य में देखा है। राजस्थान में महिलाएं बर्दाश्त करने के लिए तैयार नहीं हैं।” एक पल के लिए भी कांग्रेस… राजस्थान में ऐसी कोई सरकार नहीं देखी जिसने महिलाओं पर मौजूदा सरकार से ज्यादा अत्याचार किए हों। प्रधानमंत्री ने कहा, “राजस्थान की महिलाएं अपने घर के काम-काज छोड़कर अपना भविष्य तय करने के लिए यहां आई हैं।
25 नवंबर को होंगे चुनाव
राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। 200 विधानसभा सीटों में से 199 सीटों पर 25 नवंबर को चुनाव होगा, क्योंकि करणपुर निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीत सिंह कूनर के निधन के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया था। 2018 में, कांग्रेस ने 99 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा ने 73 सीटें जीतीं। गहलोत ने बसपा विधायकों और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सीएम पद संभाला।