इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 21 जनवरी 2024। टीम इंडिया ने इस महीने की शुरुआत में अफगानिस्तान के खिलाफ 3-0 की जीत के साथ आगामी टी20 विश्व कप से पहले अपनी आखिरी टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज का समापन किया। इस सीरीज में कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली की 14 महीने के बाद वापसी हुई। नियमित टी20 प्लेयर हार्दिक पांड्या और सूर्यकुमार यादव चोटिल होने के कारण अनुपस्थित थे। गेंदबाजों में रवि बिश्नोई, अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर ने स्पिन आक्रमण का प्रभावी ढंग से नेतृत्व किया, जिसमें अक्षर का प्रदर्शन सबसे बेहतर था। पहले दो मैचों में अक्षर ने बेंगलुरु में अंतिम मैच के लिए आराम दिए जाने से पहले 2/23 और 2/17 के आंकड़े दर्ज किए। हालांकि, इस सीरीज के लिए फिर से युजवेंद्र चहल का चयन नहीं हुआ। टी20 में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले इस गेंदबाज की लगातार अनुपस्थिति हैरानी का विषय बन गया है। चहल ने पिछले साल वनडे विश्व कप से पहले अचानक से टीम में अपनी जगह खो दी थी। हालांकि, उन्होंने दिसंबर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे टीम में वापसी की, लेकिन वह खेल के सबसे छोटे प्रारूप से अनुपस्थित रहे। भारत के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह के लिए यह समझना मुश्किल है कि चहल टी20 टीम से दूर क्यों हैं। चहल को भारतीय टी20 टीम की एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में देखते हुए हरभजन ने एक इंटरव्यू में कहा कि इस लेग स्पिनर को भारतीय टी20 टीम में स्पिनरों के बीच पहली पसंद होना चाहिए। खासकर तब जब यह साल टी20 विश्व कप का है।
अमेरिका और वेस्टइंडीज में होने वाले टी20 विश्व कप में शीर्ष तीन स्पिन विकल्पों के बारे में पूछने पर हरभजन ने कहा, ‘मैं स्पिनरों में पहले स्थान के लिए युजवेंद्र चहल को आगे रखूंगा। उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है। मुझे पता नहीं क्यों। मुझे नहीं लगता कि वह भी इस बारे में जानते हैं, लेकिन आज भी मुझे लगता कि देश में उनसे बेहतर लेग स्पिनर नहीं है। मुझे नहीं लगता कि उनसे ज्यादा बहादुर स्पिनर कोई है। उनका दिमाग बहुत तेज है। मेरे लिए दूसरे स्पिनर रवींद्र जडेजा होंगे। आपको वॉशिंगटन सुंदर में भी एक ऑफ स्पिनर की जरूरत है। चयनकर्ता क्या सोचते हैं, प्रबंधन क्या सोचता है, यह अलग चीज है।
भारत के पूर्व ऑफ स्पिनर का मानना है कि स्पिनरों को यूएसए और वेस्टइंडीज में पिचों से महत्वपूर्ण सहायता मिलेगी। ऐसे में टीम इंडिया को अपने स्पिन आक्रमण पर बड़ा जोर देने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘पिचें काफी हद तक भारत की तरह होंगी। स्पिनर बड़ी भूमिका निभाएंगे। मैं कई मौकों पर वेस्टइंडीज गया हूं और मैंने देखा है कि स्पिनरों के लिए हमेशा कुछ न कुछ होता है। इसलिए सही गेंदबाज को चुनना महत्वपूर्ण है। आप परिस्थितियों की अनदेखी नहीं कर सकते क्योंकि वे उपमहाद्वीप के समान होंगी। आपको परिस्थितियों को ध्यान में रखकर ही टीम बनानी होती है। आपको अपनी टीम में कम से कम तीन स्पिनरों की जरूरत है।