
इंडिया रिपोर्टर लाइव
मॉस्को 12 मार्च 2024। रूस में मिसाइल हमले में मारे गए सूरत के हेमिल मंगुकिया के पिता और परिवार के दो अन्य सदस्य सोमवार को मॉस्को के लिए रवाना हुए। मंगुकिया की मौत के 20 दिन बाद उनके परिवार को शव को देखने का मौका मिल रहा है। परिवार के अनुसार, 23 वर्षीय हेमिल मंगुकिया यूक्रेन की सीमा पर रूसी सेना के लिए सहायक के तौर पर काम कर रहा था। पिता ने बताया कि 21 फरवरी को उन्हें हेमिल मंगुकिया की मौत की जानकारी मिली। बता दें कि सीबीआई ने भारतीय युवाओं को नौकरी के बहाने रूस भेजने वाले एजेंटों के खिलाफ पहले से ही कार्रवाई शुरू कर दी है।
रूस के लिए रवाना हुए मृतक के पिता
मृतक के पिता ने बताया कि उन्होंने मॉस्को के लिए मुंबई जाने वाली ट्रेन में बैठने से पहले सूरत ग्रामीण पुलिस में अपना बयान दर्ज करवाया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि इस धांधली में शामिल एजेंट को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उनके मंगलवार तक मॉस्को पहुंचने की संभावना है। उन्होंने आगे बताया, “हमने शव को वापस भारत लाने के सिलसिले में मॉस्को में तैनात भारतीय दूतावास से संपर्क किया। उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि वे शव को वापस भारत भेजेंगे। लेकिन 18 दिन बीत चुके हैं। जब भी हम दूतावास में कॉल करते हैं तो हमेशा एक नया अधिकारी कॉल पर होता है और हमारे सवालों का जवाब देता है।”
प्रक्रिया कहां अटकी है: मृतक के पिता
मृतक के पिता ने पूछा, “हम जानना चाहते हैं कि प्रकिया कहां अटक रही है? अब हम थक चुके हैं और इसलिए हमने रूस जाने का फैसला किया। हम वहां जाकर देखना चाहते हैं कि जमीनी स्तर पर क्या हो रहा है। हम सूरत में उसका अंतिम संस्कार करेंगे।” उन्हें 16 दिन का पर्यटक वीजा दिया गया है। उन्होंने मॉस्को पहुंचते ही भारतीय दूतावास से संपर्क करने का फैसला किया है। हेमिल मंगुकिया के पिता ने उम्मीद जताते हुए कहा, “हमें यहां देखकर रूसी अधिकारी भी हमारे प्रति कुछ सहानुभूति दिखाएंगे और प्रक्रिया में तेजी लाएंगे।” मृतक के भाई ने बताया कि उन्होंने सूरत के सभी विधायकों से बात की और उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही शव को भारत लाया जाएगा।