इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 17 मार्च 2024। अमरीकी खुफिया एजेंसियों ने भारत और चीन के बीच सीमा पर बढ़ते तनाव के चलते संभावित सशस्त्र संघर्ष को लेकर चेताया है। राष्ट्रीय खुफिया निदेशक (डी.एन.आई.) द्वारा जारी रिपोर्ट में भारत और चीन के बीच तनावपूर्ण संबंधों को रेखांकित किया गया है, सेनाओं के बीच छिटपुट मुठभेड़ों को तनाव बढ़ने का जोखिम बताया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत और चीन के बीच साझा विवादित सीमा के कारण उनके द्विपक्षीय संबंधों में तनाव की स्थिति बनी रहेगी। रिपोर्ट में नाजुक वैश्विक व्यवस्था, चीन की सैन्य विस्तार योजना, उसके आक्रामक साइबर अभियान और 2024 के अमरीकी राष्ट्रपति चुनावों को प्रभावित करने के संभावित प्रयास पर प्रकाश डाला गया है। इसमें इजरायल-हमास युद्ध और रूस-यूक्रेन युद्ध सहित अन्य संघर्षों के बारे में भी बात की गई है।
दोनों पक्षों की भारी संख्या में सेना तैनात
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि चीन शक्ति दिखाने और विदेश में चीन के हितों की रक्षा करने के अपने प्रयास में श्रीलंका और पाकिस्तान सहित कई स्थानों पर विदेशी सैन्य अड्डे स्थापित करना चाहता है। हालांकि दोनों पक्ष 2020 के बाद से महत्वपूर्ण सीमा पार झड़पों में शामिल नहीं हुए हैं, जबकि दोनों पक्षों ने भारी संख्या में सेना को तैनात कर रखा है। मई 2020 में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एल.ए.सी.) के लद्दाख सेक्टर में चीन के साथ सैन्य गतिरोध शुरू होने के बाद से भारत और चीन दोनों ने सीमा के पास बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर प्रयास तेज कर दिए हैं।
28 दौर की वार्ता हो चुकी है विफल
रिपोर्ट कहती है कि 2021 की शुरुआत में नियंत्रण रेखा (एल.ओ.सी.) पर पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम के बाद शांति बनी हुई है। इसमें में चेतावनी दी गई है कि इस्लामाबाद के किसी भी उकसावे से दोनों पड़ोसियों के बीच सशस्त्र संघर्ष हो सकता है।एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्र सरकार को उपलब्ध कराई गई खुफिया जानकारी के अनुसार भारत ने कथित तौर पर 2020 में लद्दाख में लगभग 1,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र चीनी नियंत्रण में खो दिया है। तब से दोनों देशों के बीच अट्ठाईस दौर की बातचीत गतिरोध को हल करने में विफल रही है। चीन ने सार्वजनिक रूप से अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों पर अपना दावा जताया है, कुछ शहरों का नाम बदल दिया है, भारतीय सैनिकों के साथ शारीरिक टकराव के विवरण कभी भी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।