इंडिया रिपोर्टर लाइव
कांगपोकपी 03 अक्टूबर 2024। मणिपुर के कांगपोकपी जिले में बंधक बनाए गए दो युवकों को गुरुवार सुबह रिहा करा लिया गया। दोनों को हथियारबंद लोगों से सुरक्षित बचाकर पुलिस को सौंप दिया गया। मामले से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि अपहरण के सात दिन बाद उन्हें रिहा करा लिया गया। दोनों युवकों ओइनम थोइथोई सिंह और थ थोइथोइबा सिंह को वापस इंफाल ले जाया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक, युवकों को गमगीफाई नाका पर कांगपोकपी के पुलिस अधीक्षक को सौंप दिया गया और वे इंफाल के लिए रवाना हो गए हैं। 27 सितंबर को दोनों युवक एन. जॉनसन सिंह के साथ गए थे, जो न्यू कीथेलमैनबी में एसएससी जीडी भर्ती परीक्षा दे रहे थे। हालांकि, वे कांगपोकपी जिले में रास्ता भटक गए। जॉनसन को सेना ने बचा लिया और पुलिस को सौंप दिया, जबकि दोनों युवकों को हथियारबंद लोगों कैद कर लिया। इसके बाद राज्य सरकार ने केंद्र की सहायता से दोनों युवकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए बातचीत की।
बीरेन सिंह ने दी जानकारी
इस बीच मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ’27 सितंबर को कांगपोकपी में अपहृत दो युवकों को सुरक्षित रिहा करा लिया गया है। मैं राज्य और केंद्र सरकार दोनों के सभी लोगों की ईमानदारी से सराहना करता हूं, जिन्होंने उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास किया। आपके प्रयासों का बहुत सम्मान है।
जेएसी ने बंद बुलाया था
इससे पहले युवकों के अपहरण के विरोध में मेइती समूह की संयुक्त कार्रवाई समिति (जेएसी) ने बंद बुलाया था। इस वजह से बुधवार को इंफाल घाटी के पांच जिलों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, बिष्णुपुर, काकचिंग और थौबल जिलों में प्रदर्शनकारियों के सड़कों पर जाम लगाया। इस वजह से दुकानें और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे और वाहन सड़कों से नदारद रहे।
कांग्रेस ने साधा था निशाना
कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने युवकों के अपहरण को राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति की पूरी तरह विफलता बताया था। प्रदेश कांग्रेस प्रमुख के मेघचंद्र ने कहा था कि उन्होंने हाल में मुख्यमंत्री और विधायकों के साथ एक संयुक्त बैठक में सीएम से संवैधानिक प्रावधानों और देश के कानूनों को लागू करने का आग्रह किया।