भारत की सुरक्षा-भू-भागीय अखंडता से कोई समझौता स्वीकार नहीं करेगी कांग्रेस
सवालों से घिरी मोदी सरकार का निशाना राजीव गांधी-इंदिरा गांधी ट्रस्टों पर
इंडिया रिपोर्टर लाइव
रायपुर/09 जुलाई 2020। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि बौखलाई मोदी सरकार के कायरतापूर्ण कृत्यों और धमकाने वाली कोशिशों से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और उसका नेतृत्व डरने वाला नहीं है। कांग्रेस नेतृत्व के प्रति भाजपा की कुत्सित मानसिकता व नफरत हर रोज सामने आ रही है। भारत की सुरक्षा व भूभागीय अखंडता से खुलेआम समझौता करने, कोविड-19 के संकट से निपटने में बुरी तरह विफल रहने, जिसके चलते प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोगों की रोजी-रोटी और जानें जा रही हैं तथा हर भारतीय नागरिक के जीवन पर कहर ढाने वाली आर्थिक मंदी को रोकने में असमर्थ होने के कारण सवालों से घिरी मोदी-शाह सरकार ने अपनी विफलता को छिपाने के लिए दुर्भावनापूर्ण साजिश और बदले की भावना के तहत राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट एवं इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट की जाँच कराए जाने का आदेश दिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि इन चैरिटेबल संगठनों द्वारा किए गए मानवीय कार्य एवं सेवा सदैव से ही विशिष्ट रहे हैं और ये संगठन मोदी सरकार की दुर्भावनापूर्ण और बदले की भावना से की गई जाँच की कसौटी पर खरे उतरेंगे। केन्द्र की मोदी सरकार की अक्षमता व संपूर्ण विफलता से ध्यान हटाने के लिए यह कार्यवाही की गयी है। भाजपा नेतृत्व द्वारा भ्रामक जानकारी फैलाने, गुमराह करने व चीनी अतिक्रमण के साथ-साथ देश के नौजवानों, अर्थव्यवस्था और महंगाई जैसे मूल विषयों से ध्यान भटकाने के लिए हर रोज एक नया षडयंत्र किया जा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि भाजपा के नेतृत्व को अपने गहरे चीनी संबंधों, चीनी कंपनियों द्वारा पीएम केयर्स फंड के चंदे में दी गई भारी धनराशि और चीनी व्यवसायों को बढ़ावा दिए जाने के बारे में प्रश्न पूछे जाने की बौखलाहट में राजनैतिक विरोधियों को निशाना बनाया जा रहा है।
मोदी सरकार से कांग्रेस के छः सवाल
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने पूछा है कि क्या मोदी सरकार इन छः सवालों के जवाब देगी?
1 क्या मोदी सरकार चीनी कंपनियों द्वारा पीएम केयर्स फंड में दिए गए सैकड़ों करोड़ रुपये के चंदे की जाँच कराएगी?
2 क्या मोदी सरकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को विदेशी स्रोतों, व्यक्तियों, इकाइयों, संगठनों व सरकारों से मिले चंदे एवं धनराशि की जाँच कराएगी?
3 क्या मोदी सरकार संघ द्वारा संचालित विवेकानंद फाउंडेशन, इंडिया फाउंडेशन (एवं ऐसे अन्य संगठनों) द्वारा विदेशी स्रोतों, व्यक्तियों, इकाइयों, संस्थानों एवं सरकारों सहित सभी स्रोतों से प्राप्त किए गए चंदे और धनराशि की कराएगी, जैसी जाँच के आदेश राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट एवं इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट के सन्दर्भ में दिए गए हैं?
4 क्या मोदी सरकार ‘’ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी’’ के लिए फंडिंग के स्रोत, प्राप्त किए गए पैसे, चंदा देने वालों के नाम (समेत अगर चीनी मूल के डोनर्स शामिल हैं) की जाँच कराएगी? क्या श्री राजकुमार नारायणदास सबनानी उर्फ राजू सबनानी के ‘ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी’ से संबंधों की भी जाँच होगी?
5 क्या इलेक्टोरल बॉन्ड्स के माध्यम से 7,000 करोड़ रु. का चंदा प्राप्त करने वाले राजनैतिक दलों, जिनमें भाजपा भी शामिल है, चंदा देने वालों और लेने वालों के बीच पारस्परिक लेन-देन और लाभ पहुंचाने की जाँच की जायेगी?
6 क्या भाजपा को मिलने वाले चंदे और आय में 500 प्रतिशत बढ़ोत्तरी की जाँच के होेगी, जो 2015-16 में 570.86 करोड़ रु. से बढ़कर 2018-19 में 2410 करोड़ रु. हो गए हैं।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि भाजपा और मोदी सरकार हमारी सीमाओं की रक्षा में विफलता, कोविड-19 से कमजोर लड़ाई व आर्थिक मंदी को रोक पाने में अपनी संपूर्ण असफलता से मुँह नहीं छिपा सकती तथा देश की जनता की ओर से उठने वाले सवालों से नहीं बच सकती। देशवासियों को जवाब देने से बचने के लिये मोदी सरकार के इन दुस्साहसी व दुर्भावनापूर्ण कार्यों से कांग्रेस घबराती नहीं है। भारत के नागरिकों के प्रति केंद्र सरकार की जवाबदेही पर सवाल खड़े करने तथा वंचित, कमजोर और असहाय लोगों की आवाज बनकर उन्हें मजबूत करने का हमारा संकल्प और भी ज्यादा मजबूत हो रहा है।