
इंडिया रिपोर्टर लाइव
बिलासपुर 31 अगस्त 2020। दिनांक 31.08.2020 को कोयला मंत्रालय द्वारा कोयला गैसीकरण और द्रवीकरण विषय पर वेबीनार आयोजित किया गया। इस बेबीनार में डाॅ. व्ही.के. सरस्वत, सदस्य नीति आयोग एवं अनिल कुमार जैन, सचिव, कोयला मंत्रालय, भारत सरकार मुख्य वक्ता थे। कोलइण्डिया की ओर से निदेशक (तकनीकी) बिनय दयाल ने कोलइण्डिया में इस नयी तकनीक की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। इनके साथ ही सरकारी एवं गैर-ंसरकारी संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारी विडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से जुड़े रहे।

डाॅ. व्ही.के. सरस्वत, सदस्य नीति आयोग ने बेबीनार के दौरान बताया कि कोयले में उपलब्ध विभिन्न रसायन जलने के दौरान नष्ट हो जाते हैं। इन रसायनों को विशिष्ट प्रक्रिया द्वारा एकत्रित कर समुचित कार्य जैसे कि ईंधन, खाद आदि के निर्माण में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह कोयला गैसीफिकेषन और द्रवीकरण की तकनीक से किया जा सकता है। इस नवीन तकनीक से कोयले से सिंथेसिस गैस विशेषकर मिथैन, हाईड्रोजन आदि निकाली जा सकती है। यह रसायन विभिन्न कार्यों में लाभप्रद होते हैं।
बेबीनार के दौरान अनिल कुमार जैन, सचिव, कोयला मंत्रालय, भारत सरकार ने अपने उद्बोधन में नयी तकनीक अपनाने पर विषय जोर दिया।
एसईसीएल की ओर से अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ए.पी. पण्डा, निदेशक (कार्मिक) डाॅ. आर.एस. झा, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) एम.के. प्रसाद एवं निदेशक (वित्त) एस.एम. चैधरी इस बेबीनार से विडियो कान्फ्रेन्सिंग के जरिए जुड़े
रहे।